दो शराबियों को चखना न मिलने पर गली से दो बेजुबान पिल्लों के कान और पूंछ चाकू से काटकर नमक लगाकर डकार गए

मुकेश वाल्मीकि पर कुत्ते के दो बच्चे (पिल्ले) के साथ क्रूरता का आरोप लगा है, बताया जा रहा है कि मंगलवार की शाम करीब 6 बजे मुकेश ने अपने दोस्त संग मिलकर पहले शराब पी, उसके बाद चखने के रुप में पिल्लों के कान और पूंछ काटकर नमक लगाकर डकार गए। इतना ही नहीं, खून से लथपथ पिल्लों को कमरे में बंद कर चले गए।
 
कुत्ते के बच्चे

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

बरेली, 15 दिसंबर:- उत्तर प्रदेश के बरेली में हैवानियत की सारी हदें पार करने का मामला सामने आया है, यहां दो शराबियों ने चखने के इंतजाम के लिए गली से दो बेजुबान कुत्ते के बच्चे (पिल्लों) को उठाया। उसके बाद उनके कान और पूंछ चाकू से काटकर नमक लगाकर डकार गए। वहीं, लहूलुहान पिल्लों के कराहने की आवाज सुन स्थानीय लोगों ने सुल्तानपुर जिले से बीजेपी सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपुल्स फॉर एनीमल्स (पीएफए) रेस्क्यू टीम को सूचना दी। मौके पर पीएफए ने कमरे में झांककर देखा तो एक महिला खून के ऊपर राख डाल रही थी और पिल्ले तड़प रहे थे।

पूरा मामला:- मामला फरीदपुर तहसील की एसडीएम कॉलोनी का है। यहां के निवासी मुकेश वाल्मीकि पर कुत्ते के दो बच्चे (पिल्ले) के साथ क्रूरता का आरोप लगा है, बताया जा रहा है कि मंगलवार की शाम करीब 6 बजे मुकेश ने अपने दोस्त संग मिलकर पहले शराब पी, उसके बाद चखने के रुप में पिल्लों के कान और पूंछ काटकर नमक लगाकर डकार गए। इतना ही नहीं, खून से लथपथ पिल्लों को कमरे में बंद कर चले गए। पिल्लों की कराहने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पिल्लों को तड़पता देख पीपुल्स फॉर एनीमल्स (पीएफए) अध्यक्ष धीरज पाठक को जानकारी दी। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, बेजुबानों के साथ क्रूरता होती देख पीएफए अध्यक्ष पाठक ने दोनों पिल्लों को तत्काल उठाया और अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही मामले की जानकारी पुलिस को दी, सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरु की। तभी स्थानीय युवक ने पुलिस को बताया कि मुकेश ने दोस्त संग गली में घूम रहे दोनों पिल्लों को उठाया था। हमें लगा इस ठंड के मौसम में वो उन पिल्लों को आसरा देने के लिए ले जा रहा है, लेकिन थोड़ी देर बाद पिल्लों के दर्द में कराहने की आवाज सुनने पर सूचना दी थी।