नौकरी छोड़ने से पत्नी ने किया इंकार ,शौहर ने दिया तीन तलाक
ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क
बरेली ,13 मई 2022। बच्चों का पेट पालने के लिए अस्पताल में काम कर रही एक महिला ने नौकरी छोड़ने से इन्कार किया तो उसके शौहर ने तीन तलाक दे दिया। इसके बाद पति दरगाह आला हजरत से तीन तलाक के पक्ष में शरई फतवा भी ले आया। समझौते की बात बनी तो वह पत्नी पर हलाला का दबाव बना रहा है। महिला ने आरोपित पति व ससुरालियों पर कार्रवाई के लिए बारादरी थाने में तहरीर दी।
बारादरी निवासी शबाना ने बताया कि वर्ष 1995 में जगतपुर पशुपति विहार कालोनी के रहने वाले अय्यूब से उसका निकाह हुआ था। शबाना के एक बेटी व तीन बेटे हैं। 24 वर्षीय बेटी बीमार रहती है। आरोप है कि पति शराब का आदी है। अपनी सारी कमाई व शराब में ही उड़ाता है। खर्च मांगने पर तीन तलाक की धमकी देता और मारपीट करता। मजबूरन एक निजी अस्पताल में वह झाडू-पोछा का काम कर परिवार चलाती है। फरवरी को काम करने के लिए पति मेरठ चला गया। बीते दिनों वह लौटकर घर आ गया। 18 अप्रैल महिला ड्यूटी जाने को तैयार थी। इस दौरान आरोपित पति ने नौकरी छोड़ने की बात कही। बच्चों के लिए महिला नौकरी करने की जिद पर अड़ गई। इस पर आरोपित पति ने पत्नी को तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। फिर चुपके से दरगाह आला हजरत से तीन तलाक को लेकर शरई फैसला भी जारी कराकर ले आया। आरोप है कि अब साथ रखने के लिए आरोपित पति महिला पर नंदोई व जेठ से हलाला करने का दबाव बना रहे हैं। इन्कार पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
हलाला के खिलाफ भी कानून बनाने की उठी मांग
समाजसेवी फरहत नक़वी का कहना है कि महिला की शादी 1995 में बारादरी थाना क्षेत्र के पशुपति बिहार कालोनी निवासी अय्यूब के साथ हुई थी। उसके 4 जवान बच्चे भी है। उसका पति शराब पीकर उसके साथ आये दिन मारपीट करता है। अब उसने शबाना के जॉब करने की वजह से उसे 3 तलाक़ दे दिया और अब उस पर हलाला का दबाब बना रहे है। फरहत नक़वी का कहना है कि हलाला के खिलाफ भी कानून बनना चाहिए।
क्या कहते है पुलिस आफिसर
मामले में एसपी सिटी रविन्द्र कुमार का कहना है कि महिला की तहरीर पर बारादरी थाने में 3 तलाक कानून के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।