डॉक्टर की लापरवाही से बच्चों का जीवन खतरे में, एचआईवी पॉजिटिव मरीज को लगाई हुई सिरिंज से कई बीमार बच्चों को लगाया इंजेक्शन

डॉक्टर की लापरवाही के चलते करीब तीन बच्चों का जीवन खतरे में है। एचआईवी संक्रमित बच्चे को डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया है। वहीं, इस मामले में डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं, अधिकारी ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच होगी। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है।
 
इंजेक्शन

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

एटा, 05 मार्च:- उत्तर प्रदेश के एटा मेडिकल कॉलेज की एमसीएच विंग में बड़ी लापरवाही सामने आई है। आरोप है कि एचआईवी पॉजिटिव मरीज के लगाई हुई सिरिंज से कई बीमार बच्चों का इंजेक्शन लगा दिया गया। वहीं, यह मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया, बीमार बच्चों के परिजनों ने इस मामले में जिलाधिकारी से शिकायत की है। यह पूरा मामला स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज (एटा) का है, जहाँ चिकित्सक की ओर से एक ही सिरिंज से कई मरीजों को इंजेक्शन लगा दिया गया था। लेकिन, बाद में एक बच्चे की रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव आ गई, बताया जा रहा है कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते करीब तीन बच्चों का जीवन खतरे में है। एचआईवी संक्रमित बच्चे को डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया है। वहीं, इस मामले में डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं, अधिकारी ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच होगी। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लिया गंभीरता से- वहीं, इस मामले को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है, मामले की जांच कर जल्द रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट के आधार पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, डिप्टी सीएम ने बताया कि चिकित्सक के दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ कठोर कार्यवाई की जाएगी। वही अस्पताल में भर्ती एक बच्ची की परिजन मीनाक्षी ने आरोप लगाया किउसकी एक साल की बेटी है, उसे डॉक्टरों की ओर से इंजेक्शन लगाया जाता है। जहां बच्ची भर्ती थी, वहीं पास में ही एक बच्चा भी भर्ती था, डॉक्टर जिस सिरिंज से बच्चे को इंजेक्शन लगाते थे, उसी सिरिंज से उसकी बेटी को भी लगाते थे। इसको लेकर कई बार कर्मचारियों से बात भी की, लेकिन वह अनसुनी कर देते थे। डॉक्टर की इस लापरवाही को लेकर सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।