अयोध्या में उमड़ा आस्था का सैलाब। दर्शनार्थियों की चिन्ता करने स्वयं अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री।

हवाई सर्वेक्षण के बाद श्री रामजन्मभूमि मंदिर पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने मंदिर न्यास के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके दर्शन के लिए उमड़ रहे अपार जनसुमद्र के दर्शन-पूजन की समुचित व्यवस्था करने पर चर्चा की।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

अयोध्या में उमड़ा आस्था का सैलाब। दर्शनार्थियों की चिन्ता करने स्वयं अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज

अयोध्या, 23 जनवरी।

हवाई सर्वेक्षण के बाद श्री रामजन्मभूमि मंदिर पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने मंदिर न्यास के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके दर्शन के लिए उमड़ रहे अपार जनसुमद्र के दर्शन-पूजन की समुचित व्यवस्था करने पर चर्चा की।

इस बीच, मुख्यमंत्री ने देश के हर कोने से आ रहे श्रद्धालुओं से संयम और सहयोग की अपील की है। 

आस्थावानों की भावना का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि अयोध्या में उमड़े जनसमुद्र के बीच सबको रामलला के दर्शन हों, इसके लिए  संयम बनाये रखें। अत्यधिक भीड़ से दर्शनार्थियों को असुविधा होगी। 

उन्होंने कहा कि सभी लोग श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास, स्थानीय पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों का सहयोग करें। उन्होंने कहा है कि सरकार, न्यास और प्रशासन प्रत्येक रामभक्त को सुविधापूर्वक दर्शन कराने का प्रयास कर रहा है। 

प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में हुए भारी इजाफे के मद्देनजर रामलला के दर्शन की अवधि बढ़ा दी गई है। जिला प्रशासन और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से नई परिस्थितियों को देखते हुए यह निर्णय किया गया है। अब सुबह छह बजे से रात दस बजे तक दर्शन होंगे। 

डीएम नितीश कुमार ने बताया कि इस बीच आरती और भोग के दौरान थोड़ी देर के लिए श्रद्धालुओं को रोका जाएगा। यह प्रक्रिया पूरी होते ही फिर से दर्शन शुरू हो जाएंगे।

अयोध्या में मंगलवार को वही हुआ जिसका पूर्वानुमान था। सदियों की प्रतीक्षा के बाद श्रीरामलला सोमवार को अपने नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर में विराजमान हुए तो मंगलवार को पौ फटने से पहले ही उनके दर्शन को आतुर लाखों-लाख श्रद्धालु उमड़ पड़े। 

हाड़ कंपाने वाली ठंड के बावजूद अयोध्या की सड़कों पर आस्था का हुजूम उमड़ पड़ा। धर्मपथ, राम पथ और श्रीरामजन्मभूमि पथ के मार्गों पर तिल रखने की जगह नहीं दिख रही थी। 

भीड़ के चलते रामलला के कपाट एक घंटे पहले खोले गए। रात 3 बजे से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। लोगों में मंदिर के अंदर जाने के लिए होड़ मची।

एटीएस और आरएएफ कमांडो भी दाखिए हुए। मंदिर के कपाट तो सुबह सात बजे खुले लेकिन रात के दूसरे पहर से ही दर्शनार्थी श्रद्धालुओं की अपरिमित कतार लग गई। हालांकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत के लिए मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर प्रशासन व पुलिस की टीमें पूरी तरह मुस्तैद थीं।

उधर सुबह मंदिर के कपाट खुलने के बाद श्रीरामलला के दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ तो आस्थावानों की संख्या बढ़ने लगी। दोपहर होते-होते करीब तीन लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे और करीब इतनी ही संख्या प्रतीक्षारत श्रद्धालुओं की थी। 

लखनऊ में मुख्यमंत्री सुबह से ही अयोध्या पर नजर बनाए हुए थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई भी चूक न हो जाए, किसी को कोई भी असुविधा न हो इसके लिए उन्होंने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। 

दोनों वरिष्ठ अधिकारी अयोध्या पहुंचे और मंदिर के गर्भगृह में लोगों के सुगम दर्शन की व्यवस्था में लगे। 

अधिकारियों को मौके पर भेजने के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री योगी खुद भी अयोध्या पहुंच गए और पूरी कमान खुद अपने हाथों में ले ली। 

सबसे पहले उन्होंने रामकथा कुंज में उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ दर्शन की सभी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने हेलीकॉप्टर से प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक के साथ अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि और रामपथ का हवाई सर्वेक्षण कर यह सुनिश्चित किया कि हर श्रद्धालु सुरक्षित है और किसी को कोई दिक्कत नहीं है।श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखकर दर्शन का समय भी बढ़ाया गया।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी ने आठ स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए हैं। इन मजिस्ट्रेट को शांति, सुरक्षा, यातायात व लोक व्यवस्था के प्रबंधन के लिए लगाया गया है। श्रद्धालुओं के सुगम व सुरक्षित दर्शन हेतु अयोध्या पुलिस द्वारा सभी ड्यूटी प्वाइंटों पर पुलिस बल तैनात कर रही सतर्कता बरती जा रही है। 

जनपद के सभी अन्तरजनपदीय बार्डर, बैरियर, चेक प्वाइंट पर पुलिस बल की ड्युटी लगाकर जनपद मे आने वाले सभी संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों की चेकिंग की जा रही है। 

सभी महत्वपूर्ण स्थानों, होटल, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों की जांच की जा रही है। किसी भी तरह के अफवाह को रोकने के सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर भी सतर्क नजर रखी जा रही है। 

मुख्यमंत्री ने भीड़ के बीच लगातार आवश्यक सूचनाओं की उद्घोषणा करने के निर्देश भी दिए, साथ ही कहा कि नगर में स्वच्छता की स्थिति बनाए  रखी जाए।
 
मंदिर परिसर में अधिक भीड़ एकत्रित होने से श्रद्धालुओं को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अयोध्या में राम भक्तों की बढ़ती भीड़ को लेकर इंटरनेट मीडिया पर कुछ भ्रामक संदेश भी प्रसारित हुए, जिससे स्थिति और चुनौतीपूर्ण बन गई। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का स्थलीय निरीक्षक किया और सुरक्षा-प्रबंधों व श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कड़े निर्देश दिए। कहा कि साधु-संतों व श्रद्धालुओं को सुलभ व सहज दर्शन के साथ ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से सुनिश्चित कराई जाएं।

प्रमुख सचिव, गृह संजय प्रसाद व डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मंगलवार को देर शाम तक पांच लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। 26 जनवरी तक पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट है। सभी जिलों में संदिग्धों व शरारती तत्वों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

अयोध्या में 23 जनवरी की सुबह से आने वाले कुछ दिनों तक राम भक्तों की अप्रत्याशित भीड़ जुटाने की स्थिति को देखते हुए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम भी अभी मुस्तैद है। 

डीजीपी मुख्यालय स्तर से अतिरिक्त अधिकारियों के अलावा पुलिसकर्मियों व पीएसी की तैनाती भी है। एटीएस की कमांडो टीम भी सक्रिय है। डीजी कानून-व्यवस्था का कहना है कि अयोध्या में रामकथा के कुछ आयोजन पूर्व से चल रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाहर से आए हुए हैं। 

यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस बल की मौजूदगी में श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं। पहले दिन दोपहर तीन बजे तक लगभग तीन लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए थे। देर शाम तक पांच लाख श्रद्धालुओं को सकुशल दर्शन कराए गए।

अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं को रामनगरी में रामलला के दर्शन कराने के लिए आस्था स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। रेल विभाग ने विभिन्न स्टेशनों से यहां आने वाली ट्रेनों का शेड्यूल जारी कर दिया है। ये ट्रेनें विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालुओं को लेकर अयोध्या पहुंचेंगी। ज्यादातर ट्रेनों का शेड्यूल ऐसा है कि पहुंचने के बाद एक दिन रुकने के बाद ये ट्रेनें फिर उन्हीं स्थानों के लिए वापस होंगी। अलग-अलग स्टेशनों से आने वाली ट्रेनों को अयोध्या कैंट, अयोध्या धाम और दर्शन नगर रेलवे स्टेशन तक चलाने का शेड्यूल जारी किया गया है।

अयोध्या कैंट आने वाली आस्था स्पेशल माता वैष्णो देवी कटरा से 30 जनवरी को चलेगी। यहां एक फरवरी को पहुंचेगी। ऊधमपुर स्टेशन से दो फरवरी को चलेगी। तीन फरवरी को पहुंचेगी। 

इसी तरह जम्मू से छह फरवरी को पठानकोट से नौ फरवरी को, अंबानंद दौरा से 29 जनवरी को, हिमाचल प्रदेश के ऊना से पांच फरवरी को चलेंगी।

देहरादून से एक फरवरी को, योग नगरी से आठ फरवरी को, नई दिल्ली से 29 जनवरी, दो फरवरी और 24 फरवरी को ट्रेनें चलकर यहां आएंगी। आनंद विहार से 31 जनवरी, चार फरवरी और 24 फरवरी को चलेंगी। 

दिल्ली से 30 जनवरी, तीन फरवरी और नौ फरवरी को, निजामुद्दीन से एक और पांच फरवरी को ट्रेनें यहां के लिए चलेंगी। दूरी के हिसाब से यह ट्रेनें दूसरे या तीसरे दिन पहुंचेगी।