सोशल मीडिया पर हाईप्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराने के नाम पर तेजी से फैल रहा ठगी का धंधा, 2 गिरफ्तार

जिगोलो का यह धंधा बडे-बडे शहरो मे बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। जिसमे से प्रमुख है दिल्ली और मुम्बई। इनमें फर्जी वेबसाइट के जरिये यह दावा किया जाता है कि दिल्ली मे कनाट प्लेस, पालिका मार्केट, सरोजिनी नगर ऐसे स्थानो पर रात 10 बजे के बाद बडे घर की लडकियां और औरते यहाँ पर आकर मर्दों की बोली लगाती है। यह बोली 1800 से 3000 मे फिक्स किया जाता है।
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

नोएडा, 03 अप्रैल:- सबसे पहले आप जिगोलो का मतलब समझ लीजिए। इसका मतलब होता है वेश्यापुरूष। अब यह ठगी का धंधा युवाओं को ठगने का एक जरिया बन चुका है। अब यह ठगी का धंधा बडे-बडे शहरो मे काफी तेजी से फैल रहा है। जिगोलो का यह धंधा बडे-बडे शहरो मे बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। जिसमे से प्रमुख है दिल्ली और मुम्बई। इनमें फर्जी वेबसाइट के जरिये यह दावा किया जाता है कि दिल्ली मे कनाट प्लेस, पालिका मार्केट, सरोजिनी नगर ऐसे स्थानो पर रात 10 बजे के बाद बडे घर की लडकियां और औरते यहाँ पर आकर मर्दों की बोली लगाती है। यह बोली 1800 से 3000 मे फिक्स किया जाता है। कुल मिलाकर यह कह सकते है कि सोशल मीडिया पर हाईप्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराने के नाम पर ठगी करने का यह धंधा तेजी से अपने पांव पसार रहा है। इस ठगी के काम मे लिप्त दो आरोपियों की नोएडा सेक्टर 58 से गिरफ्तारी के बाद ग्रेटर नोएडा में भी जिगोलो बनाने का मामला सामने आया है। पुलिस को ग्रेटर नोएडा में एक वेबसाइट एक्टिव मिली है, जोकि विशेषकर ग्रेटर नोएडा के ही युवक और युवतियों को जिगोलो और फ्रेंडशिप क्लब का मेंबर बना रही है।

पुलिस ने शुरू की जांच- इस वेबसाइट में दावा किया गया है कि ग्रेटर नोएडा के हजारों युवक और युवतियां क्लब की मेंबर हैं। वेबसाइट ओपन करते ही एक फॉर्म भरवाया जा रहा है, जिसे भरने के बाद क्लब में मेंबर होने की बात कही जा रही है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर ऐसे ऐप के साथ ही इस वेबसाइट की भी जांच शुरू की है। डीसीपी ग्रेटर नोएडा शाद मियां खान ने बताया कि नोएडा सेक्टर 58 पुलिस और आईटी सेल की ओर से हाईप्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराने का झांसा देकर फ्रॉड करने वाले केतन अरोड़ा और चिराग अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद ग्रेटर नोएडा में ऐसी वेबसाइट चलने का पता चला है। वेबसाइट पर दावा किया गया है कि उनके क्लब में हज़ारों लड़के और लड़कियां शामिल हैं। क्लब से जुड़ने के बाद कमाई कराने की बात भी कही गई है। वेबसाइट पर कई कॉन्टैक्ट नंबर भी दिए गए हैं। इस तरह की ऐप और वेबसाइट चलाने वालों पर कार्रवाई के लिए आईटी सेल को निर्देश दिए गए हैं।

18 से 25 साल के युवाओं से ठगी- 18 से 25 साल के युवाओं को अपने जाल में फंसाने के लिए जिगोलो और फ्रेंडशिप क्लब की वेबसाइट बनाई जाती है। इनमें मेंबर बनाने के लिए ऑनलाइन पेमेंट कराई जाती है। पेमेंट के बाद नंबर बंद कर दिया जाता है। ठगी के शिकार हुए लोग समाज में बेइज्जती के डर से पुलिस ने शिकायत नहीं करते हैं। जिससे पुलिस भी कार्रवाई नहीं कर पाती है।