स्वामी मौर्य की बयानबाजी से आहत सपा नेता ने अखिलेश यादव को इस्तीफा सौंपा।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए बयान से आहत सपा नेता नवीन दुबे ने रविवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

स्वामी मौर्य की बयानबाजी से आहत सपा नेता ने अखिलेश यादव को इस्तीफा सौंपा।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

नोएडा, 1 जनवरी।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए बयान से आहत सपा नेता नवीन दुबे ने रविवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। 

नवीन दुबे ने अखिलेश यादव को भेजे गए इस्तीफे में कहा कि पार्टी में समाजवाद नहीं है। साथ ही उन्होंने जातिवाद का आरोप लगाया है।

नोएडा के सेक्टर-74 स्थित सुपरटेक केपटाउन में रहने वाले नवीन दुबे ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा कि तीन दिसंबर 2020 को प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने उन्हें सपा में शामिल कराया था। 

उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए अपनी समस्त टीम के साथ बीते विधानसभा चुनाव सहित हर मोर्चे पर ईमानदारी से काम किया।

उन्होंने कहा कि टीवी चैनलों पर समाजवाद की आवाज को मुखर होकर रखा, लेकिन रामचरितमानस व भगवान श्रीराम पर स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी के बाद भी पार्टी द्वारा उन्हें निष्कासित करने की जगह महासचिव बनाए जाने से अनुभव हुआ कि जिस पार्टी को वह समाजवाद समझ रहे थे, वह ऐसी नहीं है। पार्टी में जातिवादी व्यवस्था है। इसलिए प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र स्वीकार करें।

वहीं, सपा ग्रामीण के निवर्तमान जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष व पार्टी नीतियों के खिलाफ बयानबाजी करने पर नवीन दुबे को वाट्सएप ग्रुप से हटा दिया है। 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को इसकी जानकारी दी गई है। पार्टी नीतियों के खिलाफ बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।