यूपी के हरदोई की हाईटेक पुलिस करेगी अपराधियों की कुंडली जप्त, क्या है हाईटेक तैयारी

फिंगर प्रिंट अवेयरनेस प्रोग्राम के तहत जनपद के समस्त थाना क्षेत्रों से 27 हेड कांस्टेबल को ट्रेनिंग के लिए लखनऊ भेजा गया है, इनकी ट्रेनिंग लखनऊ स्थित अंगुली चिन्ह ब्यूरो पुलिस मुख्यालय में की जाएगी। यह कवायद अपराध अथवा अपराधियों के सबूत जुटाने में काफी कारगर साबित होने वाली है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले के सभी थानों को फिंगर प्रिंट स्कैनर मिल चुका है।
 
Hi-tech police of Hardoi, UP will seize the horoscope of criminals, what is the hi-tech preparation

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

हरदोई, 03 अप्रैल:- उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार हाईटेक होती जा रही है, इसके लिए जिला स्तर पर कई हाईटेक तैयारियां की गई हैं। जिले के पुलिस थानों को भी स्मार्ट थानों में बदला जा रहा है, इन थानों में अत्याधुनिक फॉरेंसिक टेक्नोलॉजी मुहैया कराई जा रही है। आने वाले समय में शातिर अपराधियों की फिंगर प्रिंट की मदद से पहचान की जा सकेगी, इसकी तैयारियां हरदोई पुलिस प्रशासन युद्ध स्तर पर कर रही है। हरदोई के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप पुलिसिंग को और भी ज्यादा स्मार्ट करने की कवायद पर बल दिया जा रहा है। जनपद की पुलिस अपराधियों की तस्वीर के साथ उनकी उंगलियों के निशान को भी जुटा रही है।

फिंगर प्रिंट अवेयरनेस प्रोग्राम से तैयार होगी अपराधियों की कुंडली- पुलिस अधिकारी द्विवेदी ने बताया कि फिंगर प्रिंट अवेयरनेस प्रोग्राम के तहत जनपद के समस्त थाना क्षेत्रों से 27 हेड कांस्टेबल को ट्रेनिंग के लिए लखनऊ भेजा गया है, इनकी ट्रेनिंग लखनऊ स्थित अंगुली चिन्ह ब्यूरो पुलिस मुख्यालय में की जाएगी। यह कवायद अपराध अथवा अपराधियों के सबूत जुटाने में काफी कारगर साबित होने वाली है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले के सभी थानों को फिंगर प्रिंट स्कैनर मिल चुका है। अब जिले के अलावा बाहर के भी अपराधियों का डेटा इकट्ठा करने में काफी आसानी होने वाली है, पहले पुलिस लाइन स्थित डीटीओ कार्यालय में यह अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी मौजूद थी। अब सभी थानों को यह टेक्नोलॉजी दी जा रही है।

हरदोई पुलिस की हाईटेक तैयारी- हरदोई की सीओ लाइन विकास जायसवाल ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व निर्देशन में समस्त थाना स्तर पर ग्राम स्तर सभा स्तर से जुड़े सभी अपराधियों का एक रजिस्टर मेंटेन किया गया है। हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की हाजिरी लगवाई जाती है। इस हाजिरी के दौरान अपराधी एक शपथ पत्र देता है कि वह अपराध की दुनिया को छोड़ कर अपने काम धंधे में लगा हुआ है, ऐसे में पहले से शहर को छोड़कर दूसरे जिले में अपराध करने वाले अपराधियों पर भी नजर और निगरानी फिंगर प्रिंट की मदद से रखी जा सकेगी। अपराध को नियंत्रित करने के लिए यह काफी कारगर साबित होने वाली है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर अंगुली चिन्ह इकाई में बड़ी संख्या में अपराधियों की कुंडली दर्ज हैं। उनके द्वारा किए गए समस्त अपराधियों की डिटेल एक क्लिक में सामने आ जाती है, थाना स्तर पर अंगुली चिन्ह इकाई की शुरुआत होने के बाद में अपराधियों पर लगाम लगाने में और ज्यादा सफलता मिलने वाली है। ऐसा होने से रोजाना गिरफ्तार होने वाले अपराधियों की भी कड़ी निगरानी रखी जा सकेगी।