श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया धर्मिक कार्यक्रम, छोटी बच्ची ने मचाया धमाल,देखे वीडियो

बच्चों और महिलाओं ने राधा-कृष्ण की वेशभूषा में दीं मनमोहक प्रस्तुतियां, श्रीकृष्ण की लीलाओं से लिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

 
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झांसी,ग्लोबल भारत।कल्याण महासमिति झांसी, रानी झांसी फाउंडेशन, एवं ब्राह्मण समाज महिला संगठन के संयुक्त तत्वावधान में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्री सिदेश्वर सिद्ध पीठ में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महानगर धर्माचार्य आचार्य पं. हरीओम पाठक एवं जिला जनकल्याण महासमिति झांसी के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र कुमार तिवारी द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना और आरती से किया गया। इस पावन अवसर पर भक्तगणों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और पूरे उल्लास के साथ जन्मोत्सव का पर्व मनाया गया ।

 

कार्यक्रम की शुरुआत धार्मिक सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता से हुई, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित ज्ञानवर्धक और रोचक प्रश्न पूछे गए। इस प्रतियोगिता में विभिन्न आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपने ज्ञान का प्रदर्शन किया। सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को मौके पर ही मंच पर आकर्षक उपहार देकर सम्मानित किया गया, जिससे उनका उत्साहवर्धन हुआ। इसके बाद , सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई, जिसमें छोटे-छोटे बच्चों और मातृशक्ति ने राधा-कृष्ण की वेश-भूषा में मनोहारी प्रस्तुतियां दीं। उनकी नृत्य और गायन की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया और सभी ने भरपूर प्रशंसा की। बच्चों ने अपने मासूम और मनमोहक अंदाज में श्रीकृष्ण और राधा के विभिन्न लीलाओं का सजीव चित्रण किया, जिससे दर्शक भाव-विभोर हो गए।विजेताओं को सम्मानित करते हुए डॉ. जितेंद्र कुमार तिवारी ने अपने उद्बोधन में श्रीकृष्ण की लीलाओं में छिपे जल संरक्षण और स्वच्छता के गहरे संदेश को उजागर किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का सम्पूर्ण जीवन हमें प्रकृति और संसाधनों की रक्षा के लिए प्रेरित करता है, जो आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक है। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण की लीलाओं में न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक संदेश छिपे हैं, बल्कि उनमें पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा का भी संदेश निहित है।डॉ. तिवारी ने श्रीकृष्ण की प्रमुख कालिया नाग लीला का विशेष रूप से उल्लेख किया। इस लीला में भगवान श्रीकृष्ण ने यमुना नदी में छिपे कालिया नाग का संहार किया था, जो यमुना में व्याप्त प्रदूषण का प्रतीक था। कालिया नाग के वध के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण ने यमुना को प्रदूषण मुक्त करने और जल संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण और स्वच्छता का महत्व उस समय भी था और आज भी है। स्वच्छ जल के बिना जीवन असंभव है, और हमें इसे संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
इसके अलावा, गोवर्धन लीला का उदाहरण देते हुए डॉ. तिवारी ने कहा कि श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर प्राकृतिक सम्पदा के संरक्षण का संदेश दिया। इस लीला में भगवान श्रीकृष्ण ने यह बताया कि प्रकृति की रक्षा के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता होती है। उन्होंने ब्रजवासियों को यह सिखाया कि प्राकृतिक आपदाओं से बचने और संसाधनों की रक्षा के लिए मिलजुल कर प्रयास करना चाहिए।कार्यक्रम के अंत में श्रीमती निर्मल तिवारी ने सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से न केवल हमें धार्मिक और सांस्कृतिक शिक्षा मिलती है, बल्कि हम अपने पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के प्रति भी जागरूक होते हैं। उन्होंने सभी को भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाओं का पालन करने और स्वच्छता तथा जल संरक्षण के प्रति सजग रहने का आह्वान किया। 
*सम्मानित होने वाले प्रतिभागी:जूनियर ग्रुप:*
आरुही तिवारी, वेदिका तिवारी, शिव्या अग्रवाल, सिधी अग्रवाल, आरुही अग्रवाल, आरब अग्रवाल, लक्ष्य कुमार गुप्ता, विंध्यवासिनी ओझा, पुष्पांजलि ओझा, सिया यादव, समीक्षा, परी प्रजापति, वश प्रजापति, गुंजन यादव, वर्तिका अग्रवाल,
*सीनियर ग्रुप:* 
श्रीमती पूजा तिवारी,  श्रीमती अन्नू अग्रवाल, श्रीमती दीपमाला व्यास, प्रतिमा ओझा, श्रीमती नंदा यादव, प्रतिभा शर्मा, श्रीमती करिश्मा अग्रवाल, श्रीमती ममता सिंह, मान्या खरे, निम्मी साहू, सुधा गुप्ता, उपासना गुप्ता 
*यह रहे उपस्थित*
प्रतिमा ओझा, प्रीतिका बुधोलिया,पूजा तिवारी,सीमा चौबे,नीता सिंह, सुषमा सिंह,प्रतिभा शर्मा,जोया रेन, रंजना तिवारी, करिश्मा अग्रवाल,भावना चंदेल, उपासना गुप्ता, सुनीता सिंह, अंजु शर्मा, मंजु शर्मा, मान्या खरे,प्रतिभा खरे, दीपमाला व्यास,ममता सिंह,अंजु साहू, मधु मिश्रा,भावना अग्रवाल,शिखा शुक्ला, रंजना शर्मा,नंदा यादव,सुधा गुप्ता, निम्मी साहूपिंकी अग्रवाल,प्रेमलता,सुषमा सेन,सुनीता सोनी. ललिता. मधु शर्मा ,रिचाप्रियंवदा अवस्थी,रेखा यादव नीलम,सिया यादव, उषा वर्मा, रजनी गुप्ता, काजल,खुशी शर्मा , लता यादव , अन्नू अग्रवाल, दीपा तिवारी, कविता मिश्रा, विनीता उपाध्याय,निधी भार्गव,अंजना गुप्ता,राधा नीलम गुप्ता,ऊषा वर्मा,मीना दुबे, वंदना साहू, कुसुम साहू, सहित कई लोगों का सराहनीय योगदान रहा।