माता-पिता और 3 बच्चे जिंदा जले देर रात झोपड़ी में लगी आग, सोते समय बाहर नहीं निकल पाया परिवार

पुलिस और फोरेंसिक एसपी कानपुर देहात बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ गांव में बंजारों की बड़ी बस्ती है। शनिवार देर रात आग लगने से झोपड़ी में रहने वाले दंपती सतीश (30) और काजल (26) के साथ ही तीन बच्चे सनी (6), संदीप (5), गुड़िया (3) की झोपड़ी के अंदर ही जलकर मौत हो गई। चीख-पुकार सुन बस्ती के लोग दौड़े और बाल्टी से पानी डालकर आग पर काबू करने का प्रयास किया। लेकिन, तब तक दंपती और उनके तीन बच्चों की जलकर मौत हो गई।
 
Kanpur ki aag

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

कानपुर, 12 मार्च:- एक झोपड़ी में आग लगने से माता-पिता और तीन बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ गांव में बंजारों की बड़ी बस्ती की यह घटना है। जब आग लगी तो परिवार के लोग झोपड़ी में ही सो रहे थे। इसलिए वह बाहर नहीं निकल पाए। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक परिवार के पांच लोग और पूरी गृहस्थी जलकर राख हो चुकी थी। थाना प्रभारी, सीओ और एसपी देर रात मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

हत्या या हादसे की जांच में जुटी पुलिस और फोरेंसिक एसपी कानपुर देहात बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ गांव में बंजारों की बड़ी बस्ती है। शनिवार देर रात आग लगने से झोपड़ी में रहने वाले दंपती सतीश (30) और काजल (26) के साथ ही तीन बच्चे सनी (6), संदीप (5), गुड़िया (3) की झोपड़ी के अंदर ही जलकर मौत हो गई। चीख-पुकार सुन बस्ती के लोग दौड़े और बाल्टी से पानी डालकर आग पर काबू करने का प्रयास किया। लेकिन, तब तक दंपती और उनके तीन बच्चों की जलकर मौत हो गई। जबकि आग बुझाने के चलते मृतक सतीश की मां गंभीर रूप से झुलस गई। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। थाना प्रभारी के साथ ही सीओ और एसपी मौके पर पहुंचे।

गंभीर रूप से झुलसी महिला को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। आग झोपड़ी में कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है। जांच के दौरान कुछ भी संदिग्ध मिला तो आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा। मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स और गांव के लोग फोरेंसिक, डॉग स्क्वायड और पुलिस जांच में जुटी आग लगने के बाद एसपी के साथ ही फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड और पुलिस अफसर मौके पर जांच करने पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने मौके से कई अहम साक्ष्य जुटाए। जांच में अगर कुछ भी संदिग्ध मिला तो आरोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। बस्ती में मौजूद लोगों से पूछताछ और बयान भी दर्ज किए गए हैं। इससे कि अग्निकांड की सच्चाई सामने आ सके।