धर्मांतरण का बड़ा खेल, पीड़ित की शिकायत के बाद खेल में लगे लोग अपने घरों में ताला लगाकर हुए फरार

एक युवक इशू अवस्थी को ईसाई मिशनरीज के लोगों ने धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभित किया था, लेकिन उसने विश्व हिंदू परिषद व बजरंगदल के शुभम सौर्य आदि से संपर्क किया और फिर उनके साथ ही घाटमपुर थाना पुलिस में आकर शिकायत दी, इस शिकायत पर पुलिस की जांच शुरू होते ही आरोपी अपने घरों में ताला डालकर फरार हो गए। पुलिस इन सभी लोगों की तलाश कर रही है।
 
धर्म परिवर्तन

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

कानपुर, 16 नवंबर:- उत्तर प्रदेश के कानपुर में धर्मांतरण का बड़ा खेल चल रहा है, दावा किया जा रहा है कि जिले के घाटमपुर क्षेत्र के कई इलाकों में 90 फीसदी आबादी का धर्म परिवर्तन करा दिया गया है, वहीं बाकी बची आबादी पर भी लोग धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया जा रहा है। यह खेल कई साल से चल रहा है, लेकिन अब इस मामले में एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दी है, वहीं जैसे ही यह मामला पुलिस के पास पहुंचा, इस खेल में लगे लोग अपने घरों में ताला लगाकर फरार हो गए। फिलहाल पुलिस अपने स्तर पर मामले की छानबीन कर रही है। एडिशनल एसपी विजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि हाल ही में इस तरह की शिकायत आई है, इस शिकायत के आधार पर घाटमपुर कोतवाली में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने बताया कि घाटमपुर में रहने वाले एक युवक इशू अवस्थी को ईसाई मिशनरीज के लोगों ने धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभित किया था, लेकिन उसने विश्व हिंदू परिषद व बजरंगदल के शुभम सौर्य आदि से संपर्क किया और फिर उनके साथ ही घाटमपुर थाना पुलिस में आकर शिकायत दी, इस शिकायत पर पुलिस की जांच शुरू होते ही आरोपी अपने घरों में ताला डालकर फरार हो गए। पुलिस इन सभी लोगों की तलाश कर रही है। जानकारी के मुताबिक ईसाई मिशनरीज से जुड़े लोगों ने घाटमपुर क्षेत्र के कई इलाकों में अपना काकस बना लिया है, ये लोग आउटर क्षेत्र की बस्तियों को टार्गेट करते हैं और यहां गरीबों को आर्थिक प्रलोभन देकर उनका माइंडवास करते हैं और फिर उनका धर्म परिवर्तन करा देते हैं। बताया जा रहा है कि यह खेल कई साल से चल रहा है, इसके चलते इस क्षेत्र की कई कालोनियों में करीब 90 फीसदी आबादी ने धर्म परिवर्तन कर लिया है। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों के मुताबिक घाटमपुर कानपुर में रहने वाली 90 प्रतिशत आबादी का धर्मांतरण कराया गया है, हालांकि इनमें से कई लोगों को समझा बुझाकर उनकी घर वापसी भी कराई गई है। इस संबंध में लगातार पुलिस को शिकायतें दी जा रही है, लेकिन पुलिस के उदासीन रवैये के चलते इस तरह के लोगों का मनोबल बढ़ रहा है।