दोस्तो ने मज़ाक-मजाक में युवक के साथ कर दी यह हरकत, आंतें फटने से अस्तपाल में हो गई मौत

साथी कर्मचारी से हालत खराब होने की वजह पूछी तो पता चला कि सहकर्मियों ने उनके मलद्वार से पेट में गैस भर दी थी। चंद सेकेंड में ही गैस से उनका शरीर फूल गया। देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अधिक खून बहने से मौत की पुष्टि हुई।
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

कानपुर, 13 नवंबर:- यूपी के जनपद कानपुर में रनियां की एक फैक्टरी में दोस्तों ने मजाक-मजाक में एक युवक के मलद्वार से गैस भर दी। गैस भरते ही युवक का शरीर फूल गया और आंतें फटने से अस्तपाल में उसकी मौत हो गई। इस मामले में एक सहकर्मी को हिरासत में लिया गया है। नौबस्ता निवासी दयाशंकर दुबे रनियां स्थित केटीएल प्लास्टिक फैक्टरी में मशीन ऑपरेटर थे। साले करन ने बताया कि रोज की तरह गुरुवार सुबह पौने सात बजे वह घर से निकले थे।

युवक की इलाज के दौरान हुई मौत- फैक्ट्री की बस से वह रनियां स्थित प्लांट पहुंचे। दोपहर में साथी कर्मचारी ने उनकी पत्नी नीलम को फोन किया। उनका ईएसआई कार्ड लेकर काकादेव स्थित एक कुलवंती हॉस्पिटल पहुंचने को कहा। घबराई नीलम कुछ देर में अस्पताल पहुंच गई, जहां उनके पति भर्ती थे। साले के अनुसार उसने साथी कर्मचारी से हालत खराब होने की वजह पूछी तो पता चला कि सहकर्मियों ने उनके मलद्वार से पेट में गैस भर दी थी। चंद सेकेंड में ही गैस से उनका शरीर फूल गया। देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अधिक खून बहने से मौत की पुष्टि हुई। पत्नी नीलम के अनुसार उनका किसी से विवाद नहीं था लेकिन फैक्ट्री के कुछ लोगों से मनमुटाव चलता था। उन्होंने अकबरपुर थाने में अज्ञात आरोपितों के खिलाफ तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की बात बताई। रनियां थाना प्रभारी ने बताया कि फैक्ट्री कर्मी के शव का पोस्टमार्टम कानपुर नगर में कराया गया है। संदिग्ध आरोपित को हिरासत में लिया गया है।

थाना प्रभारी ने बताया कि- उन्होंने बताया कि हिरासत में लिया गया सहकर्मी घटना के समय दयाशंकर के करीब था। थाना प्रभारी के मुताबिक हिरासत में लिए साथी ने बताया कि मजाक-मजाक में गैस का पाइप दयाशंकर के मलद्वार में लगा दिया गया, जिस वजह से गैस शरीर में भर गई। थाना प्रभारी ने कहा कि तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। मृतक की पत्नी और दो बेटों दीपक (13) और हर्षित (11) का रो-रोकर बुरा हाल है।