एक तरफा प्यार में पागल आशिक को अस्पताल में इलाज के दौरान जूनियर डॉक्टर से हुआ प्यार

आरोपी युवक का नाम तौहीद है, वह 15 दिन पहले वह बीमार पड़ गया था। इलाज कराने के लिए हैलट हॉस्पिटल गया, तौहीद ने ओपीडी से पर्चा बनावाया। पर्चा बनवाने के बाद वह ओपीडी में बैठीं जूनियर डॉक्टर को दिखाने चला गया, जूनियर डॉक्टर ने तौहीद का इलाज किया। जूनियर डॉक्टर को देखते ही तौहीद उनको दिल दे बैठा, हर दूसरे दिन बीमार का बहाना लेकर जूनियर डॉक्टर को दिखाने अस्पताल पहुंच जाता।
 
एक तरफा प्यार में पागल आशिक
फिल्मी स्टाइल में आशिक डॉक्टर को देखने के बहाने हर दूसरे दिन बीमार होकर अस्पताल पहुँचने लगा, फिर......

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

कानपुर, 22 नवंबर:- अभी तक हमने फिल्मों में ही यह देखा है कि कोई युवक डॉक्टर के प्यार में पागल होकर उसकी एक झलक देखने के लिए झूठी बीमारियों का नाटक रच कर अपना झूठा ईलाज करवाने हर रोज पहुँच जाता है, पर यह बात फिल्मी दुनिया से अलग हकीकत की दुनिया मे घटी है, जहाँ उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हैलट हॉस्पिटल के स्टाफ ने एक आशिक मिजाज युवक की जमकर धुनाई कर दी, दरअसल, युवक 15 दिन पहले अस्पताल में इलाज कराने आया था। इसी दौरान उसे एक जूनियर डॉक्टर से एकतरफा प्यार हो गया, डॉक्टर को देखने के बहाने युवक हर दूसरे दिन बीमार होकर अस्पताल पहुंच जाता। युवक उसी कक्ष में जाता, जहां पर जूनियर डॉक्टर की ड्यूटी रहती थी, युवक को बार-बार दिखाने आते देख जूनियर डॉक्टर को शक होने लगा।

अस्पताल के स्टॉफ़ ने की आशिक़ की धुनाई- जूनियर डॉक्टर ने इसकी शिकायत अपने सीनियर डॉक्टर से की, सीनियर डॉक्टर के निर्देश पर अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। पकड़े जाने पर जब युवक से बार-बार आने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि वह तो बस दवा लेने आया था, अब दोबारा नहीं आएगा। इस पर वहां मौजूद अस्पताल स्टाफ ने उसे पीटना शुरू कर दिया, सुरक्षाकर्मियों ने उसे स्टाफ के चंगुल से किसी तरह छुड़ाकर पुलिस को सौंप दिया।

पुलिस ने बताया कि- वही पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक का नाम तौहीद है, वह जाजमऊ इलाके का रहने वाला है। 15 दिन पहले वह बीमार पड़ गया था। इलाज कराने के लिए हैलट हॉस्पिटल गया, तौहीद ने ओपीडी से पर्चा बनावाया। पर्चा बनवाने के बाद वह ओपीडी में बैठीं जूनियर डॉक्टर को दिखाने चला गया, जूनियर डॉक्टर ने तौहीद का इलाज किया। जूनियर डॉक्टर को देखते ही तौहीद उनको दिल दे बैठा, हर दूसरे दिन बीमार का बहाना लेकर जूनियर डॉक्टर को दिखाने अस्पताल पहुंच जाता। शक होने पर डॉक्टर ने इसकी सूचना अपने सीनियर को दी। सीनियर से सुरक्षाकर्मियों को बताया तो उन्होंने तौहीद को पकड़ लिया। पूछताछ में तौहीद ने बताया कि वह इलाज कराने के लिए अस्तपाल में आया था, दवा खत्म होने पर वह दवा लेने अस्तपाल आता था। हालांकि अस्पताल स्टाफ ने उसकी एक न सुनी और जमकर धुनाई कर पुलिस को सौंप दिया। एडीसीपी अनिता सिंह ने बताया कि तौहीद ने अलग-अलग नामों से कई बार पर्चा बनावाया था, इलाज के बहाने वह जूनियर डॉक्टर को दिखाने जाता। फिलहाल जूनियर डॉक्टर की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बीते रविवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।