चाचा-भतीजी का हनीट्रैप गैंग, बर्खास्त सिपाही अपनी भतीजी को सामने कर बनाता था लोगों को अपना शिकार

शातिर सीमा ने अपने बर्खास्त सिपाही चाचा रविंद्र सिंह राजपूत के साथ मिलकर कानपुर के व्यापारी को भी हनीट्रैप किया था। रविंद्र सिपाही होते हुए भी राखी मौरंग का काम करता था। व्यापारी हरिशचंद का भी कल्याणपुर में राखी मौरंग का थोक कारोबार है, इसी चक्कर में उसकी व्यापारी से दोस्ती हुई थी। दोस्ती की आड़ में उसने पहले व्यापारी से ढाई लाख रुपए मौरंग के लिए एडवांस में लिया, फिर व्यापारी ने जब पैसा वापस मांगा तो उसने अपनी भतीजी सीमा को सामने करकर हुस्न के जाल में उलझा दिया।
 
हनीट्रैप

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

कानपुर, 30 दिसंबर:- उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक शातिर गैंग काफी एक्टिव है, ये गैंग एक बर्खास्त शातिर सिपाही अपनी भतीजी और अन्य साथियों के साथ मिलकर चलाता है। वैसे तो अपराधी गैंग में शामिल लोग काफी शातिर होते है, मगर जब अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस का दिमाग भी इस गैंग के साथ मिलकर काम करता है तो ये गैंग और ज्यादा खतरनाक हो जाता है। कानपुर में एक्टिव ये गैंग अब तक आधा दर्जन से अधिक व्यपारियों और अधिकारियों को हनीट्रैप कर चुका है, हैरानी की बात ये है कि बर्खास्त सिपाही अपनी भतीजी को सामने कर लोगों को अपना शिकार बनाता था।

भतीजी एके-47 के नाम से फेमस- सोशल मीडिया पर एके-47 के साथ फोटो खिंचवाने वाली बर्खास्त सिपाही की भतीजी एके-47 के नाम से फेमस है। कानपुर के बिल्डर-व्यापारी को भी ये लड़की अपने जाल में फंसा चुकी है, जेल से छूटने के बाद व्यापारी ने ही इस रैकेट का खुलासा किया। जिसके बाद पुलिस ने बर्खास्त सिपाही और उसकी भतीजी वाले गैंग पर एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई शुरू की। दो राज्यों में इस गैंग के अब तक छह से अधिक शिकार सामने आ चुके है, शातिर सीमा ने अपने बर्खास्त सिपाही चाचा रविंद्र सिंह राजपूत के साथ मिलकर कानपुर के व्यापारी को भी हनीट्रैप किया था। रविंद्र सिपाही होते हुए भी राखी मौरंग का काम करता था। व्यापारी हरिशचंद का भी कल्याणपुर में राखी मौरंग का थोक कारोबार है, इसी चक्कर में उसकी व्यापारी से दोस्ती हुई थी। दोस्ती की आड़ में उसने पहले व्यापारी से ढाई लाख रुपए मौरंग के लिए एडवांस में लिया, फिर व्यापारी ने जब पैसा वापस मांगा तो उसने अपनी भतीजी सीमा को सामने करकर हुस्न के जाल में उलझा दिया। जानकारी के मुताबिक सीमा ने उसे कई बिल्डरों को मोरंग सप्लाई के ऑर्डर दिलवाने के नाम पर एक होटल में बुलाया, लेकिन वहां उसकी हरकतें देखकर रिसेप्शसन के पास से ही बाहर चले गए। इसके बाद सीमा ने व्यापारी के ऊपर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया, रविंद्र ने भतीजी से कल्याणपुर थाने में व्यापारी के ऊपर रेप की एफआईआर दर्ज कराकर उसे जेल भिजवा दिया। इसके बाद सीमा और रविंद्र व्यापारी हरिचंद की पत्नी से समझौते के नाम पर 50 लाख की डिमांड करते रहे, तीन महीने बाद जब व्यापारी जेल से बाहर आया तो उसने सीमा और सिपाही रविंद्र का पूरा रिकॉर्ड खोजना शुरू किया। इस दौरान उरई, छतरपुर भोपाल जैसे शहरों में उनको छह पीड़ित व्यापारी अधिकारी मिले, जिन पर सीमा ने रविंद्र के साथ मिलकर रेप के मुकदमे दर्ज कराए थे। अभी तक शातिर सीमा और उसका चाचा पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।