तीन महीने में छह साल के रिकॉर्ड की सरकारी फाइलें कबाड़ी को बेचकर गटक गए शराब

समाज कल्याण विभाग के जिन कर्मचारियों पर रिकॉर्ड रूप से फाइलें बेचने का आरोप लगा है, उनके नाम हैं- मोहन और रमेश। दोनों संविदा पर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं, दोनों को शराब पीने की लत थी। जानकारी के मुताबिक दोनों कर्मचारी फाइलों को तोल के हिसाब से कबाड़ी की दुकान पर बेच दिया करते थे, उसके बदले शराब की बोतल खरीदते थे। इस घटना ने विभाग के अधिकारियों की आंखें खोल दी हैं। अधिकारियों ने बताया है कि पारिवारिक लाभ योजना यूपी नेडा कार्यालय की भी फाइलें गायब हैं।
 
शराबी

ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

कानपुर, 25 सितंबर:- शराबियों की ये करतूत बहुत चौंकाने वाली है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में समाज कल्याण विभाग के दो कर्मचारियों ने शराब पीने की लत में रिकॉर्ड रूम के दस्तावेजों को ही कबाड़ी में बेच डाला। जानकारी के मुताबिक इन दोनों कर्मचारियों ने तीन महीने में छह साल के रिकॉर्ड की फाइलें कबाड़ी को बेच दीं। मामला सामने आने के बाद आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। पूरे मामले में मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार बताते हैं कि रिकॉर्ड रूम से 6 साल की फाइलों का गायब होना बहुत गंभीर मामला है। यह बहुत लापरवाही का नतीजा है, वहीं समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र सिंह ने आदेश दिया है कि दोनों सफाई कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।

इस तरह खुला राज- एक दिन जब विभाग वृद्धावस्था पेंशन पारिवारिक लाभ के सारे रिकॉर्ड सुरक्षित करने का काम चल रहा था, उसी दौरान फाइलों के गायब होने का मामला सामने आया। पूछताछ करने पर दोनों कर्मचारियों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने तुरंत कबाड़ी की दुकान पर संपर्क करवाया। वहां फिलहाल विभाग की कुछ ही फाइलें मिली हैं, ये फाइलें सिर्फ 2023 में कराए जा रहे सत्यापन की हैं। इसके अलावा कई पुरानी फाइलें गायब हैं, समाज कल्याण विभाग के जिन कर्मचारियों पर रिकॉर्ड रूप से फाइलें बेचने का आरोप लगा है, उनके नाम हैं- मोहन और रमेश। दोनों संविदा पर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं, दोनों को शराब पीने की लत थी। जानकारी के मुताबिक दोनों कर्मचारी फाइलों को तोल के हिसाब से कबाड़ी की दुकान पर बेच दिया करते थे, उसके बदले शराब की बोतल खरीदते थे। इस घटना ने विभाग के अधिकारियों की आंखें खोल दी हैं। अधिकारियों ने बताया है कि पारिवारिक लाभ योजना यूपी नेडा कार्यालय की भी फाइलें गायब हैं। पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।