लोन देने के नाम पर ठगी करने वाला नटवर लाल गिरफ्तार, 120 लोगों से दो लाख 50 हजार ठगे

नैना फाइनेंस कंपनी की शाखा खोल कर भोले-भाले लोगों को जाल में फँसाते थे और उन्हे लोन पास कराने के नाम पर फार्म की फीस दो-दो हजार रूपये लेते थे, सोरों क्षेत्र से 120 लोगों से दो लाख 50 हजार रूपये ठग कर कार्यालय बंद कर फरार हो गये, इस मामले में नूर आलम पुत्र गट्टू निवासी थाना सहावर जनपद कासगंज ने खुद के साथ हुई धोखाधडी के सम्बन्ध में थाना सोरों पर तहरीर दी गयी थी।
 
लोन के नाम पर ठगी
रिपोर्ट- विवेक रॉय संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

कासगंज, 24 नवंबर:- उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज की सोरों कोतवाली पुलिस ने एक नटवर लाल गिरोह का खुलासा किया है, यह गिरोह प्रदेश के विभिन्न जनपदों में शाखाएं खोलकर भोले-भाले लोगों से लोन देने के नाम ठगी करते हैं, फिलहाल पुलिस ने एक ठग को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक लैपटॉप, एक मोबाइल, 450 रूपये की नकदी के अलावा नैना फाइनेंस कंपनी के फार्म, मुहरें स्टाप बरामद हुए हैं।

पूरा मामला- एएसपी जितेन्द्र कुमार ने बताया ठगी करने वाले एक गिरोह बनाकर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में लखनऊ, गोसाईगंज, सफीपुर, उन्नाव, रामपुर, मुरादाबाद, बिलारी, संभल, बहजोई, बिसौली, बदायूं में नैना फाइनेंस कंपनी की शाखा खोल कर भोले-भाले लोगों को जाल में फँसाते थे और उन्हे लोन पास कराने के नाम पर फार्म की फीस दो-दो हजार रूपये लेते थे, सोरों क्षेत्र से 120 लोगों से दो लाख 50 हजार रूपये ठग कर कार्यालय बंद कर फरार हो गये, इस मामले में नूर आलम पुत्र गट्टू निवासी थाना सहावर जनपद कासगंज ने खुद के साथ हुई धोखाधडी के सम्बन्ध में थाना सोरों पर तहरीर दी गयी थी।

ठगी करके हो जाते थे फरार- जिसके आधार पर अनिल सक्सेना पुत्र रामविहारी लाल निवासी मोहल्ला बदरिया थाना सोरों, विजेन्द्र निवासी मध्यप्रदेश, आकाश निवासी मुरादाबाद के विरूद्ध पंजीकृत किया गया था, पुलिस ने इस मामले में सक्रियता दिखाते हुए अनिल सक्सेना पुत्र रामविहारी लाल निवासी मोहल्ला बदरिया थाना सोरों को 19 नवंबर को गिरफ्तार कर जेल दिया था। आज घटना में संलिप्त अभियुक्त आकाश उर्फ राहुल वर्मा पुत्र हरिशंकर वर्मा निवासी जिला लखीमपुर खीरी को मुखबिर की सूचना पर सोरों क्षेत्र के पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास से गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया है, फर्जी कम्पनी चलाने वाले गैंग का गैंग लीडर नीरज निवासी बरेली अपने अन्य साथियो‌ के साथ फरार बना हुआ है, पुलिस इनकी तलाश में जुटी हुई है। यह गैंग 15 दिन तक ठगी करने के बाद दूसरे जनपदों में कार्यालय बना लेते थे।