जेल के इतिहास में जुड़ा एक नया अध्याय, जेल में सजा काट रहे 2 मुल्जिम आपस में रिश्तेदार बने

शासन ने उन्हें पैरोल पर भेज कर इस अनोखे रिश्ते की सभी रस्मे पूरी करने की इजाजत दी। सुमित सिंह यादव पुत्र धारा सिंह व धारा सिंह पुत्र अज्ञात निवासी कटहुला थाना पिपरी में कई साल पहले हुए एक हत्या कांड में मुल्जिम बने। जिसमें अदालत ने पिता पुत्र को 10 साल की सजा सुनाई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें जेल में सजा काटने के लिए बंद कर दिया।
 
जेल की दोस्ती रिश्तेदारी में बदली

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

कौशाम्बी, 24 फरवरी:- उत्तर प्रदेश के कौशांबी जेल के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया। दरअसल, जेल में सजा काट रहे 2 मुल्जिम आपस में रिश्तेदारबन गए, दोनों ने जेल में रहते हुए अपने बेटे-बेटी की शादी न सिर्फ तय की बल्कि उसे अमली जामा पहनते हुए वह विवाह की रस्में भी निभाईं। शासन ने उन्हें पैरोल पर भेज कर इस अनोखे रिश्ते की सभी रस्मे पूरी करने की इजाजत दी। सुमित सिंह यादव पुत्र धारा सिंह व धारा सिंह पुत्र अज्ञात निवासी कटहुला थाना पिपरी में कई साल पहले हुए एक हत्या कांड में मुल्जिम बने। जिसमें अदालत ने पिता पुत्र को 10 साल की सजा सुनाई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें जेल में सजा काटने के लिए बंद कर दिया।

कैसे हुई मुलाकात- जेल में ही धारा सिंह की मुलाकात अतरसुइया थाना सराय अकिल निवासी अर्जुन सिंह पुत्र रामदेव यादव से हुई। वही अर्जुन सिंह भी गांव में हुई एक हत्या के मामले में अदालत से आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। हत्या के दोनों मुल्जिमों के बीच जेल में एक साथ बैठना उठाना दोस्ती में तब्दील हो गया, धीरे-धीरे दोनों उम्र के आखिरी पड़ाव की तरफ बढ़ रहे थे। बच्चे के शादी विवाह की चिंता से ग्रसित धारा सिंह व अर्जुन सिंह ने जेल में ही अपने बच्चों का आपस में रिश्ता तय कर लिया। धारा सिंह का बेटा सुमित सिंह भी जेल में सजा काट रहा था। जिसकी सजा का समय पूरा हो गया था, वह जल्द ही जेल से रिहा हो गया। लिहाजा अर्जुन सिंह को वह अपनी बेटी के लिए योग्य वर लगा। धीरे-धीरे जेल की दोस्ती अर्जुन व धारा सिंह के परिवार से रिश्ते में बदल गई। जेल से अर्जुन व धारा सिंह को बेटे-बेटी के विवाह के रस्मे निभाने के लिए पैरोल पर छोड़ा गया।

प्रभारी जेलर भूपेश सिंह ने बताया- धारा सिंह का बेटा सुमित अर्जुन सिंह के घर उनकी बेटी से विवाह करने बारात लेकर पहुंचा। विवाह की रस्मे निभाने के लिए पुलिस अर्जुन सिंह एवं धारा सिंह को लेकर घर पहुंची, दोनों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। वही प्रभारी जेलर भूपेश सिंह उन्होंने बताया कि शासन से स्वीकृत पैरोल आदेश के क्रम में मुल्जिमान को छोड़ा गया है। अर्जुन सिंह को 25 दिन की पैरोल की गई है जबकि धारा सिंह को 4 दिन की पैरोल पर छोड़ा गया है। विवाह की रस्मे निभाने के क्रम में पैरोल स्वीकृत हुआ है।