राजधानी में बिजली कर्मियों की 16 मार्च की रात दस बजे से 72 घंटे की हड़ताल।
राजधानी में बिजली कर्मियों की 16 मार्च की रात दस बजे से 72 घंटे की हड़ताल।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
लखनऊ, 16 मार्च।
उधर, पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी अवधेश वर्मा और अनिल कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह नौ बजे से वे निर्बाध बिजली आपूर्ति सहित अन्य जिम्मेदारी संभाल लेंगे।
हड़तालियों के नेता और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे, सदस्य छोटे लाल दीक्षित, पीके दीक्षित ने बताया कि हड़ताल के समर्थक अभियंता एवं कर्मचारी काम नहीं करेंगे। इसका व्यापक असर उपकेंद्रों, कार्यालयों में दिखेगा। कार्य बहिष्कार के बाद शाम को फील्ड हास्टल में सभी प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि कार्य बहिष्कार के दौरान न तो उपभोक्ता सेवाएं और न ही जनता की बिजली प्रभावित होगी। हड़ताल के दौरान भी आम दिनों की तरह जले व खराब ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे और फॉल्ट को सही किया जाएगा।
विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ के पदाधिकारियों ने घोषणा की है कि सभी तकनीकी कर्मचारी व प्रोन्नत अवर अभियंता निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। कहीं फॉल्ट आया तो उसे तुरंत सही कराया जाएगा। जब तक हड़ताल जारी रहेगी, सभी तकनीकी कर्मचारी मुस्तैद रहेंगे।
बिजलीकर्मियों की हड़ताल के दौरान बिजली गुल होने पर लोगों के शिकायत दर्ज कराने के लिए लेसा के ट्रांस गोमती व सिस गोमती जोनल कार्यालय में बुधवार को ही कंट्रोल रूम खोल दिया गया।
मुख्य अभिंयता संजय जैन ने बताया कि सिस गोमती जोन के बंगलाबाजार स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय के कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 8004944663 पर मोहनलालगंज से रहीमाबाद और बंथरा से हजरतगंज तक के उपभोक्ता शिकायत कर सकेंगे।
मुख्य अभियंता ट्रांस गोमती अनिल कुमार तिवारी ने बताया कि उनके कंट्रोल रूम का नंबर बृहस्पतिवार को जारी होगा। दोनों कंट्रोल रूम में अभियंता आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी करेंगे।
हड़ताली कर्मियों के प्रदर्शन के दौरान अराजकता से निपटने के लिए उपकेंद्रों एवं कार्यालयों के सामने पुलिसकर्मी रहेंगे।
मध्यांचल निगम में बुधवार को खुले कंट्रोल रूम में कर्मचारी मुस्तैद भी हो गए हैं।
मुख्य अभियंता ने बताया कि राजधानी की बिजली व्यवस्था पर हड़ताल का असर नहीं पड़ेगा। कार्य बहिष्कार के दौरान काम न करने वाले अभियंताओं, कर्मियों पर कार्रवाई भी होगी। इनकी रिपोर्ट प्रबंध निदेशक को भेजी जाएगी। उपकेंद्र में तोड़फोड़ एवं व्यवधान डालने वालों पर एस्मा के तहत कार्रवाई होगी।
हड़ताल के दौरान उपकेंद्र एवं कामकाज की कमान आईटीआई के 500 प्रशिक्षु संभालेंगे। इनकी तैनाती बृहस्पतिवार शाम तक हो जाएगी। संविदा उपकेंद्र ऑपरेटर, लाइनमैन एवं श्रमिक इनकी मदद करेंगे।