स्वामी प्रसाद मौर्य का एक और विवादित बयान,धर्माचार्यों औऱ संतो को बताया- आतंकवादी,महाशैतान और जल्लाद

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर साधा निशाना, कहा-अखिलेश की चुप्पी स्वामी प्रसाद मौर्य को मौन समर्थन।विकास के पथ पर अग्रसर उत्तर प्रदेश के सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का किया जा रहा प्रयास
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 28 जनवरी। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से जहर उगलते हुए रामचरितमानस प्रति गई टिप्पणी के बाद अब हिंदू धर्म के संतो और धर्माचार्यों के प्रति जहर उगलते हुए विवादित बयान दिया है। इस बार स्वामी ने हिंदू धर्म के संत और धर्माचार्यों पर तथ्यहीन टिप्पणी करते हुए उनकी तुलना आतंकवादी ,जल्लाद और महा शैतान से की है।

मौर्य ने ट्विटर पर लिखा, "अभी हाल में मेरे दिये गये बयान पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है, अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते, किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए आतंकवादी, महाशैतान या जल्लाद."

स्वामी प्रसाद के फिर से दिए गए विवादित टिप्पणी पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने आपत्ति जताते हुए हिंदू और सनातन धर्म पर किए जा रहे तथ्यहीं टिप्पणी के पीछे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का मौन समर्थन बताया और जमकर निशाना साधा है ।उन्होंने 
सपा के चाल चरित्र पर सवाल खड़े करते कोई आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने इस प्रकरण पर अपना एवं अपनी पार्टी का मत जनता के समक्ष स्पष्ट करें या उनकी चुप्पी को स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का समर्थन माना जाए ?

बता दें कि सपा के वरिष्ठ नेता और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विवादित बयानों पर कायम है और वहां रामचरितमानस हो गौरी गणेश भगवान हैं या फिर अब हिंदू सनातन धर्म के संत समाज या धर्माचार्य हो ... सभी पर लगातार निशाना साध रहे हैं और समाजवादी पार्टी की छवि को धूमिल कर रहे हैं। रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान से करोड़ों हिंदुओं को न सिर्फ आपत्ति है बल्कि जगह-जगह लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है तो वही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा अभी तक इस मामले को लेकर कोई भी बयान नहीं आया हालांकि समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा इसे स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी बयान बताया गया है।

किसने दिया जीभ काटने वाला बयान?

दरअसल, 24 जनवरी को अखिल भारत हिंदू महासभा के एक नेता ने स्वामी प्रसाद मौर्य की जभी काटने वाले को 51,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. महासभा के जिला प्रभारी सौरभ शर्मा ने कहा, "कोई साहसी व्यक्ति, अगर वह सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काट देता है, तो उसे 51,000 रुपये का चेक दिया जाएगा। उन्होंने हमारे धार्मिक ग्रंथ का अपमान किया है और हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है."