योगी राज में पुलिस का दुस्साहस ! एसटीएफ बनकर लूटा !!

बीती रात अधिकारियों के निर्देश पर मड़ियांव पुलिस ने आरोपी सिपाही अनिल सिंह, सुधीर सिंह और कथित पत्रकार शिवांशु मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। एक अन्य आरोपित आकाश सिंह की तलाश की जा रही है।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

योगीराज में पुलिसिया दुस्साहस ! एसटीएफ बनकर धमकाया और लूटा।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 16 अप्रैल।

लखनऊ के मड़ियांव थाने में दो पुलिस कांस्टेबल ने एसटीएफ जवान बनकर और एनकाउंटर की धमकी देकर  लूट लिया।

बीती रात अधिकारियों के निर्देश पर मड़ियांव पुलिस ने आरोपी सिपाही अनिल सिंह, सुधीर सिंह और कथित पत्रकार शिवांशु मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। एक अन्य आरोपित आकाश सिंह की तलाश की जा रही है।

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के आदेश पर मड़ियांव थाने के दोनों सिपाहियों व कथित पत्रकार सहित चार के खिलाफ लूट, साजिश रचने व कार में बंधक बनाने को लेकर केस दर्ज किया गया।

आरोप लगाया गया है कि सिपाहियों ने एसटीएफ के जवान बनकर बाराबंकी निवासी ठेकेदार व प्रॉपर्टी डीलर अतुल सिंह को एनकाउंटर की धमकी देकर पांच लाख रुपए मांगे। घटना का वीडियो व शिकायती पत्र शुक्रवार को वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया।

आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर से आरोपियों ने 70 हजार रुपये भी लूट लिए। दो पुलिसकर्मियों व एक तथाकथित पत्रकार ने पूरी वारदात को मड़ियांव थाने के बाहर अंजाम दिया।

दो पुलिसकर्मियों व कथित पत्रकार को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है।

एसीपी अलीगंज अली अब्बास ने बताया कि शिकायत कर्ता अतुल सिंह परिवार सहित रायपुर इलाके में रहता है। अतुल के मुताबिक, 12 अप्रैल को वह भिठौली तिराहे पर पत्नी को यूपीएससी का फॉर्म भराने गया था।

फॉर्म भरने के बाद अतुल अपनी गाड़ी से जानकीपुरम जाने लगा तो शिवांशु नामक व्यक्ति ने उसका पीछा किया। एक कार में सवार अन्य लोग भी उसका पीछा कर रहे थे।
भिठौली क्रॉसिंग के पास कार सवारों ने ओवरटेक कर अतुल को रोक लिया। दो लोगों ने खुद को क्राइम ब्रांच और एसटीएफ कर्मी बताते हुए उस पर असलहा तान दिया।
इसके बाद उसे कार सहित मड़ियांव थाने के पीछे ले गए। आरोपितों ने धमकाया कि शाइन सिटी कंपनी के कर्मचारी रहे हो। तुम्हारे खिलाफ 15 से अधिक केस हैं। सिपाहियों ने उसकी गाड़ी में असलहा दिखाकर जेल भेजने की बात कहते हुए पांच लाख की मांग की।

अतुल ने आरोपियों को उसने 18 हजार रुपये दिए। आरोपी सिपाही अनिल व सुधीर ने आरोपी आकाश को पीड़ित की कार से और रुपये लेने के लिए भेजा। इस पर पीड़ित ने पत्नी के खाते से 10 हजार और एक दोस्त से 18 हजार रुपये उधार लेकर आकाश को दिए। इसके बाद उसे जाने दिया गया। 

अगले दिन आरोपियों ने कॉल कर पांच लाख की मांग की। घबराए अतुल ने पेटीएम से 24 हजार रुपये आकाश सिंह के खाते में ट्रांसफर कर दिए।

अतुल ने बताया कि एसटीएफ बताकर एनकाउंटर की धमकी देने वालों ने 19 हजार लेने के बाद और पैसे की मांग तुरंत की। इस पर वह एक युवक के साथ गया और जनसेवा केंद्र पर पत्नी को बुलाकर 26 हजार रुपये निकालकर दिए। 

यह मामला सीसीटीवी में कैद हो गया। पैसे का इंतजाम कर ही रहा था कि फिर से धमकियां मिलने लगीं। 

अतुल के मुताबिक, आकाश सिंह नाम के युवक का फोन आया। उसने अपने खाते में पैसा भेजने को कहा। जब उसका अकाउंट चेक किया तो उसका नाम जगदीश सिंह लोधी दिखा। 

शक होने पर उसे बातों में फंसाकर 20 हजार रुपये भेज दिए और मिलने के लिए बुलाया। 14 अप्रैल को गोमतीनगर में मिलने आया तो शिवांशु पहुंचा और पांच लाख न देने पर पूरे परिवार को जेल भिजवाने और एनकाउंटर की धमकी दी। 

रुपये ट्रांसफर करने के बाद पीड़ित ने आकाश को घर बुलाया और वारदात के पीछे का मकसद पूछा। आकाश ने बताया कि सारा खेल शिवांशु ने रचा था। पीड़ित ने शिवांशु को कॉल किया तो आरोपित शिवांशु ने पांच लाख की मांग और रुपये न देने पर पीड़ित को धमकी दी। 

पूरा खेल सामने आने के बाद पीड़ित अतुल ने मामले की शिकायत एडीसीपी नॉर्थ प्राची सिंह और एसीपी अलीगंज अली अब्बास से की। दोनों अधिकारियों ने अपने स्तर से जांच कराई तो पता चला कि सिपाही अनिल और सुधीर ने पीड़ित को डरा-धमका कर रुपये लूटे थे। 

इसके बाद शुक्रवार सुबह पीड़ित को मड़ियांव थाने बुलाया गया। जहां दोनों सिपाहियों अनिल सिंह, सुधीर सिंह, कथित पत्रकार शिवांशु मिश्रा और उसके साथी आकाश सिंह के खिलाफ लूट, बंधक बनाने और साजिश रचने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। 

पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया है कि पीड़ित का पत्रकार से लेनदेन का विवाद था। इसके चलते उसने परिचित सिपाहियों के साथ वारदात को अंजाम दिया। लेनदेन के विवाद की बात सामने आई है।