सरकारी जमीन पर कब्जा करके सरकार को ही उसे किराये पर देकर कमाया करोड़ों

मुख्तार अंसारी ने दबंगई और सेटिंग कर मऊ में सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया। इसके बाद विकास कंस्ट्रक्शन के नाम से उस पर एक मकान बनवा लिया। इस कंपनी के नाम से उस मकान को एफसीआई को किराये पर दे दिया गया। वर्षों से सरकारी जमीन सरकार को ही देकर सरकार से किराया वसूला जाने लगा। 15 करोड़ रुपये से अधिक का किराया वसूला गया।
 
अब्बास

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 06 नवंबर:- मुख्तार अंसारी की कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन के नाम से फर्जीवाड़ा करके सरकार को ही करोड़ों रुपये की चपत लगाने के मामले में विधायक अब्बास अंसारी पर ईडी ने शिकंजा कसा है। हैरानी की बात यह है कि सरकारी जमीन पर कब्जा करके सरकार को ही उसे किराये पर देकर करोड़ों रुपये पूरे परिवार ने कमाया। इसमें भले ही शेयर मुख्तार की पत्नी और सालों का था लेकिन अब्बास के बैंक खातों में पहुंचे लाखों रुपये उसकी गिरफ्तारी का कारण बन गए। धीरे-धीरे अब्बास के काले कारनामों का खुलासा होगा। मुख्तार अंसारी ने दबंगई और सेटिंग कर मऊ में सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया। इसके बाद विकास कंस्ट्रक्शन के नाम से उस पर एक मकान बनवा लिया। इस कंपनी के नाम से उस मकान को एफसीआई को किराये पर दे दिया गया। वर्षों से सरकारी जमीन सरकार को ही देकर सरकार से किराया वसूला जाने लगा।

15 करोड़ रुपये से अधिक का किराया वसूला गया। इस कंपनी में मुख्तार की पत्नी आशमां अंसारी के नाम से 60 प्रतिशत और 40 प्रतिशत शेयर उनके साले अतीफ और अनवर के नाम पर था। इसी कंपनी ने फर्जीवाड़ा करके जालौन में प्रॉपर्टी खरीदी थी। वहां पर भी सर्किल रेट से कम में प्रॉपर्टी खरीदी गई थी। कंपनी में कई बिल्डरों ने रुपये निवेश किए। ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि कंपनी से लाभांश न केवल शेयर होल्डरों को गया, बल्कि विधायक अब्बास समेत अन्य ने भी मोटी रकम कमाई। इसी आधार पर मनी लांड्रिंग के मामले में अब्बास पर कार्रवाई चल रही है। इस कंपनी की 1.84 करोड़ की प्रॉपर्टी जालौन व गाजीपुर में ईडी अटैच कर चुकी है। कुल सात प्रॉपर्टी पर यह कार्रवाई हुई थी। वर्तमान में इसकी कीमत सात करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसी कंपनी से जुड़े लेनदेन के मामले में अब्बास से अब आगे पूछताछ की जानी है।