पहली बार किसी विधायक को फेसबुक लाइव करने पर सदन से निकल जाने का निर्देश दिया गया।

विधानसभा में गत दिवस समाजवादी पार्टी के हंगामे के दौरान सरधना के सपा विधायक अतुल प्रधान की ओर से फेसबुक लाइव करने पर विधानसभा अध्यक्ष को उन्हें सदन का परित्याग करने का निर्देश देना पड़ा।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

पहली बार किसी विधायक को फेसबुक लाइव करने पर सदन से निकल जाने का निर्देश दिया गया।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 7 दिसम्बर।

विधानसभा में गत दिवस समाजवादी पार्टी के हंगामे के दौरान सरधना के सपा विधायक अतुल प्रधान की ओर से फेसबुक लाइव करने पर विधानसभा अध्यक्ष को उन्हें सदन का परित्याग करने का निर्देश देना पड़ा।

समाजवादी पार्टी के सदस्यों के हंगामे और नारेबाजी के कारण विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार को आधे घंटे के लिए स्थगित रही। अठारहवीं विधानसभा में ऐसा पहली बार हुआ है जब विपक्ष के हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी हो।

मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने रामपुर उपचुनाव में पुलिस की ज्यादती का मुद्दा उठाया। महाना ने उन्हें रोकते हुए पहले उन सदस्यों को बधाई दी जिनके जन्मदिवस पांच और छह दिसंबर को थे। 

पांच दिसंबर को अतुल प्रधान और शाहगंज से निषाद पार्टी के विधायक रमेश हरिवंश सिंह तथा छह दिसंबर को चरथावल से सपा विधायक पंकज मलिक का जन्मदिन होने पर महाना ने तीनों को बधाई दी।

इसके बाद मनोज पांडेय ने कहा कि रामपुर उपचुनाव में महिलाओं, नौजवानों और बुजुर्गों को पुलिस ने वोट नहीं डालने दिया। लाठियों के बल पर उन्हें मतदान करने से रोका गया। उनके इतना कहते ही सपा के विधायक अध्यक्ष के आसन के सामने आकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। इसका विरोध करते हुए संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सपा का आरोप मिथ्या है और निराधार भी। 

उन्होंने कहा कि सपा जब हार के कगार पर पहुंचती है तो बहाने ढूंढ़ती है। विधानसभा अध्यक्ष ने भी सपा सदस्यों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने।

इसी बीच महाना ने कहा कि सदन में किसी सदस्य द्वारा फेसबुक लाइव किया जा रहा है। इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि जो सदस्य ऐसा कर रहे हैं, मैं उन्हें सदन का परित्याग करने का निर्देश देता हूं। 

उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों को अनुशासन और सदन की मर्यादा का पालन करना होगा। हंगामा जारी रहने पर महाना ने सुबह 11.10 बजे सदन की कार्यवाही को पहले 15 मिनट के लिए स्थगित करने का निर्देश दिया। बाद में सदन के स्थगन की अवधि को 15 मिनट और बढ़ाया गया।

सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर महाना ने कहा कि उन्होंने सदन के स्थगन की अवधि को 15 मिनट इसलिए बढ़ाया क्योंकि वह यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि किस सदस्य ने सदन की मर्यादा को भंग करने का काम किया है। 

उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया है कि अतुल प्रधान ने फेसबुक लाइव किया जो नियमों के विपरीत है। उन्होंने अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए सदन का परित्याग करने का निर्देश दिया।

सपा के लालजी वर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि अतुल प्रधान पहली बार विधायक चुने गए हैं। उन्हें नियमों की जानकारी नहीं है। इसलिए उन्हें माफ कर दिया जाए। 

इस पर महाना ने कहा कि कानून की अज्ञानता कोई बहाना नहीं है। फिर भी उन्होंने अतुल प्रधान को पूरे सत्र की बजाय मंगलवार के लिए सदन का परित्याग करने का निर्देश दिया। 

सपा सदस्यों ने निवेदन किया कि अतुल प्रधान को एक घंटे के लिए सदन से बाहर कर दिया जाए। इस पर महाना ने उन्हें दोपहर एक बजे तक सदन का परित्याग करने का निर्देश दिया। अतुल प्रधान सदन से बाहर चले गए। 

बाद में जब अतुल प्रधान सदन में वापस आए तो उन्होंने अपने किये के लिए विधानसभा अध्यक्ष से माफी मांगी। यह कहते हुए कि इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी।