बिकरू कांड में एनकाउंटर के दौरान मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को मिली जमानत

यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में खुशी दुबे की जमानत का विरोध किया था। सरकार ने कहा था कि खुशी पर पुलिस पर फायरिंग के लिए उकसाने का गंभीर आरोप है। यूपी सरकार की तरफ से ये भी कहा गया कि जेल रिपोर्ट के मुताबिक, इसका व्यवहार ठीक नहीं था और खुशी दुबे ने दूसरे कैदियों के साथ कई बार झगड़े किए थे।
 
बिकरु कांड

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 04 जनवरी:- उत्तर प्रदेश में कानपुर के बिकरू कांड में एनकाउंटर के दौरान मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को आज सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है, सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें शर्तो के साथ जमानत दी है। खुशी दुबे को हफ्ते में एक दिन पुलिस स्टेशन में हाजरी लगानी होगी, इससे पहले यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में खुशी दुबे की जमानत का विरोध किया था। सरकार ने कहा था कि खुशी पर पुलिस पर फायरिंग के लिए उकसाने का गंभीर आरोप है। यूपी सरकार की तरफ से ये भी कहा गया कि जेल रिपोर्ट के मुताबिक, इसका व्यवहार ठीक नहीं था और खुशी दुबे ने दूसरे कैदियों के साथ कई बार झगड़े किए थे। यूपी सरकार की ओर से यह भी कहा गया कि खुशी दुबे उसी गैंग का हिस्सा है। अगर जमानत दी गई तो ये गैंग फिर से एक्टिव हो सकता है।

बता दें कि 8 जुलाई 2020 को उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बुधवार तड़के एसटीएफ यूपी और स्थानीय पुलिस ने मुठभेड़ में विकास दुबे गैंग के शातिर अपराधी अमर दुबे को मार गिराया था, अमर दुबे 25 हजार का इनामी था। विकास दुबे के हथियार खरीद-फरोख्त में भी इसकी भूमिका रहती थी, बिकरु गांव में विकास दुबे ने अमर दुबे और अन्य अपराधियों के संग मिलकर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी, अमर दुबे को विकास दुबे का दायां हाथ माना जाता था।