लखनऊ के हजरतगंज में रियल इस्टेट व्यवसाई ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या किया।

हजरतगंज में आजी कंस्ट्रक्शन के संचालक रजनीश गोयल (52) ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। शुक्रवार सुबह उनका शव बेड पर पड़ा मिला।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

लखनऊ के हजरतगंज में रियल इस्टेट व्यवसाई ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या किया।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 6 जुलाई।

हजरतगंज में आजी कंस्ट्रक्शन के संचालक रजनीश गोयल (52) ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। शुक्रवार सुबह उनका शव बेड पर पड़ा मिला। 

रजनीश के कमरे से अंग्रेजी में लिखा सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में रजनीश ने मौत के लिये खुद को जिम्मेदार बताया है। 

रजनीश की दोनों बेटियां अमेरिका में पढ़ाई कर रही है। उनके पिता गोपाल कृष्ण गोयल ने बताया कि व्यापार में घाटा होने पर बेटे ने यह कदम उठाया है। 

उनकी पत्नी प्रयागराज में मायके गई थी जो इस हादसे की खबर मिलते ही वहां से चल दी थी और देर शाम लखनऊ पहुंची।

अशोक मार्ग स्थित प्रेमनगर कालोनी में रजनीश अपने परिवार के साथ रह रहे थे। पत्नी रोली प्रयागराज मायके गई हुई थी। दोनों बेटियां रिसित और शिविका अमेरिका में पढ़ाई कर रही है। रजनीश के पिता गोपाल कृष्ण ने बताया कि वह सुबह  टहलने गए थे। घर लौटने पर नौकरानियों ने बताया कि भइया दरवाजा नहीं खोल रहे हैं। कई बार दरवाजा खटखटाया जा चुका है। 

इस पर गोपाल पहली मंजिल पर बने बेटे के कमरे में पहुंचे। उन्होंने भी कई बार दरवाजे पर बेटे को आवाज दी। असफल होने पर उन्होंने दरवाजा तोड़ा। 

अंदर जाने पर वह हतप्रभ रह गये। बिस्तर पर रजनीश का शव पड़ा हुआ था। पास ही में उसकी लाइसेंसी पिस्टल पड़ी थी। कनपटी पर गोली लगने का निशान था। 

इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्र ने बताया कि गोपाल कृष्ण ने ही उन्हें बेटे के खुदकुशी करने की सूचना दी थी। रियल एस्टेट व्यापारी रजनीश के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उन्होंने खुद को मौत का जिम्मेदार बताया है। 

इंस्पेक्टर के मुताबिक बड़े से पन्ने पर अंग्रेजी में चंद लाइन लिखी गई हैं। जिसके नीचे रजनीश ने तारीख डालते हुए हस्ताक्षर भी किए हैं। सुसाइड नोट को पुलिस ने जांच के सुरक्षित रख लिया है।

पिता ने बड़ी मुश्किल से अपनी बहू रोली को इस हादसे के बारे में बताया। सूचना मिलते ही रोली प्रयागराज से अपने रिश्तेदारों के साथ लखनऊ के लिये चल दी थी। देर शाम वह लखनऊ पहुंच गई।

पिता गोपाल कृष्ण के अनुसार रजनीश अपनी परेशानी के बारे में ज्यादा बात नहीं करता था। कुछ वक्त से वह काफी परेशान रहता था। गुरुवार रात खाना खाने के बाद वह कमरे में सोने के लिए चला गया था। 

सुबह वह सैर करने के लिए चले जाते थे। ऐसे में रजनीश किस वक्त खुद को गोली मारी है। यह बात उन्हें भी नहीं पता। 

गोपाल के मुताबिक अंदेशा है कि व्यापार में हो रहे नुकसान के कारण रजनीश आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा था। जिसके कारण उसने यह कदम उठा लिया। 

इंस्पेक्टर ने बताया कि घर वालों के सामान्य होने के बाद परिवारीजनों से इस बारे में बात करके खुदकुशी की वजह जानने का प्रयास किया जायेगा।