कुलपति विनय पाठक ने बीमारी का हवाला देकर एसटीएफ से 25 नवंबर तक का समय मांगा।

एसटीएफ ने पूछा है कि "आपको क्या हुआ है? आप कहां और किस अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। आप कौन सा फोन नंबर इस्तेमाल कर रहे हैं। आपकी देखरेख में कौन मौजूद है?"
 
ग्लोबल भारत न्यूज

कुलपति विनय पाठक ने बीमारी का हवाला देकर एसटीएफ से 25 नवंबर तक का समय मांगा।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 17 नवम्बर।

एसटीएफ ने पूछा है कि "आपको क्या हुआ है? आप कहां और किस अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। आप कौन सा फोन नंबर इस्तेमाल कर रहे हैं। आपकी देखरेख में कौन मौजूद है?"

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति पर भ्रष्टाचार के आरोप के मामले में एसटीएफ ने भी ईमेल भेजकर जवाब में साक्ष्य मांगे गए हैं। 

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति विनय पाठक ने बुधवार को एसटीएफ मुख्यालय में एक ईमेल भेजा। ईमेल में उन्होंने लिखा कि मैं बीमार हूं। मेरा इलाज चल रहा है। ऐसे में मुझे 25 नवंबर तक समय दिया जाए। एसटीएफ ने मंगलवार रात में कानपुर स्थित कुलपति के आवास पर जाकर नोटिस दी थी, जिसमें 18 नवंबर को मुख्यालय में उपस्थित होकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया था।

पाठक ने नोटिस का जवाब ईमेल से देकर अपना बचाव करने की कोशिश की। एसटीएफ ने फौरन ईमेल का जवाब दिया। एसटीएफ की ओर से पूछा गया कि आपको क्या हुआ है? आप कहां और किस अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। आप कौन सा फोन नंबर इस्तेमाल कर रहे हैं। आपकी देखरेख के लिए कौन मौजूद है। आप इन बिंदुओं पर जवाब दें ताकि आपसे संपर्क कर जानकारी की जा सके।

जानकारी मिली है कि कानपुर में भी एसटीएफ की एक टीम सक्रिय भूमिका में कुलपति के करीबियों पर नजर बनाए हुए हैं। विश्वविद्यालय में भी इंटेलीजेंस के अफसरों ने बुधवार को पड़ताल की। एसटीएफ पता लगा रही है कि विनय पाठक किन लोगों के संपर्क में हैं। 

उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट ने कुलपति की वह याचिका खारिज कर दी है जिसमें उन्होंने गिरफ्तारी से रोक लगाने की मांग किया था।यह फैसला आने के बाद एस टी एफ की एक टीम ने कुलपति के आवास पर दबिश दे दी थी। 

एसटीएफ की कार्रवाई के बाद विनय पाठक ने ईमेल भेजकर वक्त मांगा है। एसटीएफ अब पाठक के दोबारा से ईमेल आने का इंतजार कर रही है। पाठक का जवाब आने के बाद पुलिस टीम आगे की रणनीति तय करेगी। 

उधर, सूत्रों ने बताया कि एकेटीयू और अन्य विश्वविद्यालयों में काम करने वाले पाठक के करीबियों काे भी पूछताछ के लिए नोटिस भेजने की तैयारी शुरू हो गई है।

माना जा रहा है कि कुलपति अगर एसटीएफ को विवेचना में सहयोग नहीं करते हैं तो पुलिस कोर्ट के माध्यम से आगे की कार्रवाई करेगी। 

विनय पाठक पर डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में कुलपति रहते कमीशन लेने का आरोप है। इंदिरानगर थाने में इसकी एफआईआर दर्ज की गई है, जिसकी विवेचना एसटीएफ कर रही है। एसटीएफ अब तक पाठक के करीबी अजय मिश्र और अजय जैन को गिरफ्तार कर चुकी है।