मौसम विभाग के अनुसार 30 जून से झमाझम बारिश।

30 जून को उत्तराखंड और नेपाल से सटे और तराई बेल्ट से जुड़े लगभग सभी जिलों और कानपुर जालौन और हमीरपुर में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

मौसम विभाग के अनुसार 30 जून से झमाझम बारिश।

शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 29 जून।

30 जून को उत्तराखंड और नेपाल से सटे और तराई बेल्ट से जुड़े लगभग सभी जिलों और कानपुर जालौन और हमीरपुर में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 

कानपुर-लखनऊ सह‍ित प्रदेश के 50 से अध‍िक शहरों में सुबह से काले घने बादल छाए हुए हैं। ठंडी हवाएं चल रही है। हालांक‍ि कुछ ज‍िलों में धूप बादलों संग लुकाछ‍िपी खेल रही है। ज‍िससे उमस और गर्मी अब भी सता रही है। 

मौसम व‍िभाग की माने तो प्रदेश में 30 जून यानी कल से झमाझम बार‍िश होगी। बता दें क‍ि कानपुर, लखनऊ व आसपास के ज‍िलों में बुधवार शाम को भी जमकर बार‍िश हुई। ज‍िससे लोगों को भीषण उमस से राहत म‍िली। लेक‍िन रात होते होते एक बार फ‍िर गर्मी बढ़ गई। ऐसे में लोगों को अब झामझम बार‍िश का इंतजार है।

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से मानसूनी वर्षा तेज हो जाएगी और प्रदेश के अधिकांश हिस्से में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की जाएगी। मौसम विभाग के राज्यस्तरीय पूर्वानुमान के अनुसार राजधानी के आसपास के हिस्सों में गुरुवार को भी छिटपुट बारिश ही दर्ज की जाएगी, लेकिन प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के लिए चेतावनी दर्ज की गई है। 

वहीं दो जुलाई तक राजधानी समेत प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम मानसूनी वर्षा के आसार हैं।

भारी बारिश से होने वाले नुकसान के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया। 

प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बदली और छिटपुट बारिश से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सर्वाधिक तापमान बांदा में 39.4 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया वहीं न्यूनतम तापमान सोनभद्र में 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कानपुर में सुबह से काले घने बादल छाए हुए हैं। तेज हवाएं चल रही है। ऐसे में कभी भी बार‍िश शुरु हो सकती है। मानसून ने यूपी में तीन दिन पूर्व दस्तक दे दी थी लेकिन कानपुर मंडल में बादल न बनने से यहां मानसून सक्रिय नहीं हो सका। 

शहरवासी उमस भरी गर्मी से परेशान हैं। हालांकि, मानसून की गतिविधियां धीरे-धीरे बन रही हैं। बुधवार को उत्तर-पूर्वी दिशा से 10.4 किमी प्रति घंटा की गति से हवा चलती रही। दिन में बादल छाए रहे और दोपहर में वर्षा होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।

वर्षा से पूरे दिन नमी का वातावरण बना रहा। पूरे दिन नमी का अधिकतम प्रतिशत 81 और न्यूनतम 73 रहा। दिन का अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अब आगामी दिनों में हल्के बादल छाए रहने से तेज हवा के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। 

सीएसए कृषि विश्वविद्यालय डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि देश भर में उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश पर एक गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। एक संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।

इसके पश्चिम दिशा में उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से लेकर दक्षिण हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश, दक्षिण झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और गहरे निम्न दबाव क्षेत्र से होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। 

अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से केरल तट तक औसत समुद्र तल पर फैली हुई है। दक्षिण गुजरात तट पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। 

अगले 24 घंटे में रुक रुककर वर्षा होने से शहरवासियों को गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।