मिट्टी में मिलेंगे उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी, यूपी पुलिस माफियाओं के खौफ को करेगी खत्म

उमेश पाल हत्याकांड के 7 आरोपियों में से एक अरबाज को ढेर कर दिया गया है, और अन्य की तलाश की जा रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस इनके बहुत करीब है और बहुत जल्द इन्हें भी मिट्टी में मिला दिया जाएगा। आपको बता दे कि ये दोनों अधिकारी अपनी कार्यशैली को लेकर काफी चर्चित हैं। सीएम योगी अपराधियों को निपटाने के लिए इन्हीं पर भरोसा करते हैं और निपटाने की जिम्मेदारी देते हैं।
 
Umesh Pal

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रयागराज, 28 फरवरी:- उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों का मिट्टी में मिलाने का काम शुरू हो गया है, सीएम योगी ने विधानसभा सत्र के दौरान कहा था माफियाओं को मिट्टी में मिलाना होगा। इसके बाद यूपी एडीजी प्रंशात कुमार और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश प्रयागराज पहुंचे थे। विकास दुबे इनकाउंटर के समय भी इन्हीं दोनों अधिकारियों ने मोर्चा संभाला था। उमेश पाल हत्याकांड के 7 आरोपियों में से एक अरबाज को ढेर कर दिया गया है, और अन्य की तलाश की जा रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस इनके बहुत करीब है और बहुत जल्द इन्हें भी मिट्टी में मिला दिया जाएगा। आपको बता दे कि ये दोनों अधिकारी अपनी कार्यशैली को लेकर काफी चर्चित हैं। सीएम योगी अपराधियों को निपटाने के लिए इन्हीं पर भरोसा करते हैं और निपटाने की जिम्मेदारी देते हैं, विकास दुबे के एनकाउंटर में एडीजी प्रशांत कुमार और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश की रणनीति और टीम ने ही काम किया था। प्रयागराज में शुक्रवार को हुए उमेश पाल हत्याकांड में शामिल एक बदमाश अरबाज को पुलिस ने मार गिराया है, सोमवार की दोपहर अरबाज के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी।

एक आरोपी गिरफ्तार- इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल से एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। आरोपी सदाकत खान को एसटीएफ ने षड्यंत्र रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मुस्लिम हॉस्टल के कमरे में ही रची गई थी उमेश पाल की हत्या की साजिश, गिरफ्तार आरोपी 27 वर्षीय सदाकत खान एलएलबी का छात्र बताया जा रहा है। आशंका है कि सदाकत खान अवैध रूप से इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल में रह रहा था। इसके पहले पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन सदाकत खान के कमरे से कई आपत्तिजनक चीजें मिलीं हैं, मुस्लिम हॉस्टल के कमरे में साजिश की घटना रचने और साजिश कर्ताओं के बारे में भी अहम सुराग मिले हैं, सदाकत खान हॉस्टल कमरे के सर्च के बाद एसटीएफ के कब्जे से भागने की कोशिश की, भागने के चक्कर में सदाकत खान डिवाइडर से टकराकर गिर गया है। जिसके चलते उसे चोट आई है और उसे इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है, सदाकत खान मूल रूप से गाजीपुर जिले के गहमर थाना क्षेत्र के बारा गांव का रहने वाला है, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के मुताबिक अब तक की कार्रवाई में एक आरोपी सदाकत खान ही गिरफ्तार है। सदाकत खान के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में पुलिस पता लगा रही है।

योगी के सिंघम- उत्तर प्रदेश में साल 2017 से योगी आदित्यनाथ के सिंहासन संभालते ही, सूबे में खुद को रसूखदार समझने वाले बदमाशों ने गले में पट्टियां लटका कर, खुशी-खुशी थाने-चौकियों में दंडवत ‘सरेंडर’ कर दिया। रही सही कसर पूरी करने के लिए सूबे की पुलिस का इकबाल बुलंद करने की जिम्मेदारी योगी ने, बीते कल के दो उच्च शिक्षित लड़कों के कंधों पर डाल दी, जो आज अपराधियों के लिए किन्हीं खतरनाक ‘लड़ाकों’ से कम साबित नहीं हो रहे हैं। इनमें एक की शिक्षा है एमबीए एमफिल और दूसरे की तो आंख ही थाने-चौकी की चारदीवारी के अंदर खुली, बचपन गुजरा थाने-चौकी के भीतर खेल-कूदकर। बाद में यह दूसरा लड़का आईआईटीएन और फिर आईपीएस बना। बाद में जब बीते जमाने के यह दोनों नौजवान आईपीएस बने तो उनके कंधों पर भी “बिगड़े” हुए को सीधा करने की जिम्मेदारी डाल दी गई। लड़के चार कदम आगे निकले, जब बिगड़े हुए आसानी से काबू नहीं आए तो, फिर उन्हें एनकाउंटर के जरिए पाताल लोक भेजने की जिम्मेदारी खुद ही खुशी-खुशी अपने कंधों पर ले ली। सूबे में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार और स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ प्रमुख रहकर, खूंखार अपराधियों की बागडोर वक्त और जरूरत के हिसाब से खींचते रहने वाले आईपीएस अमिताभ यश।