एलडीए के जनेश्वर एंक्लेव में बुधवार दोपहर आठ साल की बच्ची लिफ्ट में फंस गई।

बच्ची के चिल्लाने का वीडियो सीसीटीवी के जरिये फ्लैट में लाइव हुआ तो घटना का पता चला। लिफ्ट में फंसी ध्वनि अवस्थी 15 मिनट तक चिल्लाती एवं तड़पती रही, लेकिन मेंटेनेंस के कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

एलडीए के जनेश्वर एंक्लेव में बुधवार दोपहर आठ साल की बच्ची लिफ्ट में फंस गई। 

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 5 अक्टूबर।

बच्ची के चिल्लाने का वीडियो सीसीटीवी के जरिये फ्लैट में लाइव हुआ तो घटना का पता चला। लिफ्ट में फंसी ध्वनि अवस्थी 15 मिनट तक चिल्लाती एवं तड़पती रही, लेकिन मेंटेनेंस के कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे। 

लिफ्ट में ऑटोमेटिक डिवाइस काफी देर में एक्टिवेट हुई तो लिफ्ट बेसमेंट पर पहुंची। डोर खुलने पर डरी-सहमी चीखती चिल्लाती बच्ची बाहर निकल सकी। 

आबंटियों ने बताया कि इस घटना के लिए लिफ्ट मेंटेनेंस एवं वैकल्पिक बिजली सिस्टम के अधिकारी एवं कर्मचारी जिम्मेदार हैं। 

आवंटियों ने बताया कि ध्वनि अवस्थी दोपहर दो बजे भूतल से 11वें तल स्थित फ्लैट जा रही थी। आठवें तल तक पहुंची थी कि तभी अचानक बिजली फेल होने से लिफ्ट थम गई।

लिफ्ट में फंसी बच्ची का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया। लिफ्ट बंद होने से बच्ची डर गई और जोर-जोर से चिल्लाने लगी। जब ऑटोमेटिक डिवाइस एक्टिवेट हुई तब कहीं जाकर लिफ्ट सीधे बेसमेंट आ गई। 

ध्वनि के पिता आशीष अवस्थी एक निजी संस्थान में शिक्षक हैं। उनका कहना कि लिफ्ट की डिवाइस एक्टिव होने के बाद भी निकट के फ्लोर का डोर खुलने के बजाय सीधे बेसमेंट पर खुलता है।

लिफ्ट में फंसने के बाद बच्ची घबरा गई। उसे यह मालूम था कि लिफ्ट में कैमरा है। वह एक बार दरवाजा खोलने की कोशिश करती तो एक बार कैमरे में देखकर बचाने की गुहार लगाती। इसके बाद उसने भगवान से बचाने की गुहार लगाई। उसने हाथ जोड़कर कई बार कहा, "हे भगवान मुझे बचा लो।"

एलडीए वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि 12 साल से छोटे बच्चों को लिफ्ट में सुरक्षा की दृष्टि से अकेले सफर न करने दें।