और अब अखिलेश यादव ने ईवीएम पर जताया संदेह।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अमेरिका की तरह बैलट पेपर से ही मतदान होना चाहिए। हम जीते या हारें लोकतंत्र में भरोसा बढ़े यह बहुत जरूरी है। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

और अब अखिलेश यादव ने ईवीएम पर जताया संदेह।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज

लखनऊ, 9 सितम्बर।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अमेरिका की तरह बैलट पेपर से ही मतदान होना चाहिए। हम जीते या हारें लोकतंत्र में भरोसा बढ़े यह बहुत जरूरी है। 

उन्होंने कहा कि लोग अमेरिका की नकल करते हैं, उसका पिज्जा खाते हैं और जींस पहनते हैं तो एक नकल और कर लें, बैलेट पेपर से भारत में भी चुनाव करवा लें। 

सपा मुखिया ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए से संबंधित सवाल पर कहा कि पहले दिन से सपा का लक्ष्य भाजपा का मुकाबला करना है। 

उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए सभी लोगों का सम्मान करते हुए और उनका साथ लेते हुए आगे बढ़ेंगे। सपा ने पहले भी जितने गठबंधन किए सभी को सम्मान दिया है।

उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में हमने यादव और मुस्लिम मतदाताओं के नाम काटे जाने से संबंधित 18 हजार शपथपत्र चुनाव आयोग भेजे थे, किंतु एक भी अफसर पर आयोग ने कार्रवाई नहीं की। 

उन्होंने कहा कि कन्नौज में शनिवार को ही सर्वर डाउन कर दिया गया, ताकि सपा के मतदाता न बन सकें। हंगामा करने पर चार घंटे बाद सर्वर खोला गया।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की सदस्यता जाने पर कहा कि कन्नौज के सांसद ने पुलिस को सरेआम फोन पर गालियां दीं। क्या उनकी सदस्यता नहीं जानी चाहिए थी।

झारखंड के कांग्रेस सांसद के यहां से करोड़ों रुपये की बरामदगी पर कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कानपुर में इत्र व्यापारी के यहां से जो रकम बरामद हुई थी उसकी आधी रकम वापस देकर प्रकरण समाप्त कर दिया गया। यह रकम भाजपा वालों की थी। अब इस मामले में भी ऐसा ही होगा

उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि तब कानपुर के इत्र व्यापारी को सपा से जुड़ा बताया गया था, इसलिए उसकी आधी रकम हमें दी जानी चाहिए, जिससे हम इस धन का इस्तेमाल आगामी चुनाव में कर सकें। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि नोटबंदी का क्या परिणाम रहा जब आज भी लोग बेईमानी कर इतना धन जुटा ले रहे हैं।