आपदा के लिए अब 1070 नहीं बल्कि डायल करना होगा 112 नंबर

उत्तर प्रदेश वन जीव वज्रपात से बचाव की व्यवस्था भी की जाएगी जिसके तहत 349 करोड़ रुपए जारी किए जाएंगे इसमें दुधवा टाइगर रिजर्व कतरनिया टाइगर रिजर्व ने हिंसक वन्यजीवों से बचाव के उपाय किए जाएंगे साथ ही साथ 1 जिलों में हो रही संघर्ष की घटनाओं को देखते हुए इसे रोकने के लिए तीनों स्थानों पर फैंसी का काम भी कराया जाएगा।
 
डायल 112

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 18 मई:- उत्तर प्रदेश आपदा राहत आयुक्त के हेल्पलाइन 1070 को नई व्यवस्था के तहत 112 नंबर से जोड़ा जाएगा। उत्तर प्रदेश में अब जनता को आपदा के समय अलग-अलग नंबर डायल करना नहीं पड़ेगा उत्तर प्रदेश की जनता किसी भी आपदा के लिए अब डायल करेगी 112 नंबर, 112 नंबर से मिलेगी हर आपदा के लिए मिलेगी मदद।

उत्तर प्रदेश की मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र की अध्यक्षता में कल राज्य आपदा मोचक निधि की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया है इसके साथ ही बैठक में 2273 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। जिसके तहत मुख्यमंत्री स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम के दूसरे चरण में सभी जिलों के 37 50 स्कूलों में शिक्षकों व छात्र छात्राओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा जिस पर करीब 7.50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे वही समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन परीक्षण योजना के दूसरे चरण में 56 जिलों के 28 गांवों में पंचायत कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इसके साथ ही साथ उत्तर प्रदेश वन जीव वज्रपात से बचाव की व्यवस्था भी की जाएगी जिसके तहत 349 करोड़ रुपए जारी किए जाएंगे इसमें दुधवा टाइगर रिजर्व कतरनिया टाइगर रिजर्व ने हिंसक वन्यजीवों से बचाव के उपाय किए जाएंगे साथ ही साथ 1 जिलों में हो रही संघर्ष की घटनाओं को देखते हुए इसे रोकने के लिए तीनों स्थानों पर फैंसी का काम भी कराया जाएगा, इसके साथ ही प्रयागराज ललितपुर और मिर्जापुर में लाइट नहीं अर्ली वार्निंग सिस्टम लगाया जाएगा यह तीनों जिले इसके लिए अधिक संवेदनशील है। इसके साथ ही साथ अयोध्या की सरयू नदी में डूबने से बचाव के उपाय भी किए जाएंगे जन हानियों को रोकने के लिए ड्राइविंग रेस रिडक्शन प्लान तैयार किया गया है।

इस बैठक में यह भी तय किया गया कि किसानों को हर पल मौसम की सटीक जानकारी मुहैया कराई जाए उत्तर प्रदेश के 351 तहसीलों 75 जिला मुख्यालयों और अट्ठारह मंडल मुख्यालय पर लिस्ट साइनस लगाए जाएंगे, राज्य सरकार ने अग्निकांड को भी राहत में शामिल कर लिया है इसके लिए फायर विभाग को अग्निकांड से बचाव के लिए सामग्री खरीदने के लिए भी पर्याप्त धन मुहैया कराया जाएगा।