अत्याधुनिक प्रतिबंधित हथियार अतीक की गैंग के पास कैसे पहुंचाए गए?

अतीक व अशरफ ने हत्या से पहले पूछताछ में स्वीकार किया था कि आईएसआई के जरिए विदेशी हथियार ही नहीं बल्कि आरडीएक्स तक की आपूर्ति की जा रही थी।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

अत्याधुनिक प्रतिबंधित हथियार अतीक की गैंग के पास पहुंचाए गए?

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 19 अप्रैल।

अतीक व अशरफ ने हत्या से पहले पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया था कि आईएसआई के जरिए विदेशी हथियार ही नहीं बल्कि आरडीएक्स तक की आपूर्ति की जा रही थी।

अतीक अहमद अपने गैंग (गिरोह) के लिए पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा व आईएसआई के जरिए हथियारों की खेप मंगवाता था। 

अतीक, अशरफ, असद व गुलाम ही नहीं बल्कि इस गैंग के तमाम सदस्यों को वर्षों से अत्य़ाधुनिक विदेशी हथियारों की आपूर्ति आईएसआई व लश्कर ए तैयबा के पंजाब स्थित खालिस्तानी नेटवर्क के जरिए की जा रही थी। 

उमेश पाल की हत्या में भी अतीक गैंग ने विदेशी हथियारों का इस्तेमाल किया था। उमेश की हत्या में अमेरिका मेड कोल्ट व इटली मेड बैरेटा पिस्टल का इस्तेमाल हुआ था। उसे भी अतीक ने आईएसआई के कनेक्शन से हासिल किया था। 

वहीं एसटीएफ द्वारा एनकाउंटर में मारे गए गुलाम व असद के पास से भी ब्रिटेन निर्मित बुलडाग रिवाल्वर व जर्मनी मेड वाल्थर पी 88 पिस्टल मिली थी।

अतीक गैंग के पास एके 47 सहित तमाम अन्य अत्याधुनिक हथियारों की कमी नहीं थी। 

अतीक व अशरफ हत्याकांड के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर लाखों रुपये कीमत के विदेशी प्रतिबंधित असलहे उत्तर प्रदेश के गैंगेस्टरों तक कैसे पहुंच रहे हैं।

उमेश पाल की हत्या को लेकर अतीक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब अतीक व अशरफ से हथियारों की उपलब्धता को लेकर पूछताछ की तो पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। 

अतीक व अशरफ ने पुलिस को दिए बयान में खुद स्वीकार किया है कि उसे इन हधियारों की आपूर्ति पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई व आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के पंजाब स्थित खालिस्तानी संगठनों के नेटवर्क के जरिए की जा रही थी। 

प्रयागराज के घूमनगंज थाने में दर्ज एफआईआर नंबर 0037 में पुलिस ने अतीक के इस बयान को भी दर्ज भी किया है कि उसे पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब पहुंचाए जाने वाले हथियारों व आरडीएक्स की खेप पहुंचाई जाती थी।

पाकिस्तान से आतंकी संगठनों द्वारा उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा व दिल्ली तथा एनसीआर के गैंगेस्टरों को असलहों को पहुंचाने के मामले को लेकर 21 फरवरी को एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण या नेशनल एनवेस्टीगेशन एजेंसी) ने एक साथ 72 ठिकानों पर छापेमारी करके भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियारों को जब्त किया था। इससे संबंधित इनपुट भी एनआईए ने सभी राज्यों की पुलिस को उपलब्ध करवाए थे।

सीमा पार से असलहों की आपूर्ति के लिए आईएसआई व आतंकी संगठन ड्रोन का सहारा ले रहे हैं। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए असलहों की आपूर्ति पंजाब के गैंगेस्टरों व खालिस्तानी नेटवर्क के लिए किए जाने का मामला पहली बार 2017 में प्रकाश में आया था। उसके बाद से बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) एलर्ट हो गई थी

तमाम ड्रोनों को बीएसएफ ने बीते पांच सालों में फायरिंग करके भगाया और गिराया भी है।इनसे भेजे गए हथियार भी बरामद किए गए हैं। इसके बाद भी आए दिन सीमा पार से असलहों को भेजने का सिलसिला अभी रुका नहीं है।