लखनऊ में गुंडों ने पूर्व पार्षद के बेटे का अपहरण करके उसके साथ मारपीट किया।

लखनऊ में जानकीपुरम के भवानी चौराहे पर मंगलवार दोपहर बाइक सवार युवकों ने पूर्व पार्षद के 15 वर्षीय बेटे का अपहरण कर लिया। इसके बाद चंद्रिका देवी मंदिर के पास जंगल में ले जाकर जमकर पीटा। 
 
ग्लोबल भारत न्यूज

लखनऊ में गुंडों ने पूर्व पार्षद के बेटे का अपहरण करके उसके साथ मारपीट किया।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 27 सितम्बर

लखनऊ में जानकीपुरम के भवानी चौराहे पर मंगलवार दोपहर बाइक सवार युवकों ने पूर्व पार्षद के 15 वर्षीय बेटे का अपहरण कर लिया। इसके बाद चंद्रिका देवी मंदिर के पास जंगल में ले जाकर जमकर पीटा। 

बाद में वहां एक अपहर्ता ने कहा कि गलत लड़के को ले आए तो उसको छोड़कर फरार हो गए।

पूर्व पार्षद गया प्रसाद यादव ने बताया कि वह बीकेटी कोटवा इलाके का रहने वाला है।

उन्होंने बताया कि उनका बेटा मंगलवार दोपहर ढाई बजे बड़ी बहन और छोटे भाई के साथ खरीददारी करने के लिए आया था। ट्रेंड्स के बाहर खड़ा था। तभी चार बाइकों पर आठ युवक आए और उसको जबरन बाइक पर बैठाया और लेकर चले गए। यह देख वहां मौजूद पीयूष श्रीवास्तव ने डायल 112 पर सूचना दी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरु कर आसपास लगे सीसी कैमरों को तलाश शुरु कर दी। हालांकि कुछ देर बाद किशोर आटो से वापस लौट आया। 

इस मामले में डीसीपी एस कासिम आब्दी ने बताया कि अनुमान है बाइक से आए युवकों का कालेज में किसी से विवाद हुआ होगा। इसी के चलते गलत युवक को उठा ले गए। 

उन्होंने कहा कि गया प्रसाद की तहरीर प्राप्त हुई है। आरोपितों की तलाश के लिए टीम लगाई है। जल्द ही आरोपित गिरफ्त में होंगे।

गया प्रसाद ने बताया कि चार बाइक पर आठ युवक आए और उनके बेटे को बाइक पर बैठने के लिए कहा। उनमें से एक दो युवकों के पास चाकू भी था। यह देखकर उनका बेटा गाड़ी पर बैठ गया। रास्ते में कई बार उसने उन लोगों से कहा कि वह उनको नहीं जानता है न ही कभी कोई बात हुई है। 

गया प्रसाद के अनुसार उन लोगों ने उसकी बात नहीं माना और कहा कि कल तूने ही मारपीट किया था और वे लोग उसे चंद्रिका देवी मंदिर के पास जंगल में ले गए। वहां पर सभी ने मिलकर जमकर पिटाई किया। 

इसके बाद वहां पर मौजूद एक युवक ने कहा कि यह वो लड़का नहीं है जिससे विवाद हुआ था। इसके बाद उन लोगों ने उसे बीकेटी के पास लाकर छोड़ दिया। वहां से वह आटो से लौटकर वापस बहन के पास आ गया।