उत्तरप्रदेश में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर अब सख्ती बरती जाएगी।

किसी भी चालक का लगातार तीन बार चालान होने पर उसका ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किया जाएगा और इसके बाद भी ट्रैफिक रूल का उल्लंघन करने पर वाहनों का पंजीयन निरस्त किया जाएगा।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

उत्तरप्रदेश में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर अब सख्ती बरती जाएगी।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज

लखनऊ, 6 नवम्बर।

किसी भी चालक का लगातार तीन बार चालान होने पर उसका ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किया जाएगा और इसके बाद भी ट्रैफिक रूल का उल्लंघन करने पर वाहनों का पंजीयन निरस्त किया जाएगा।

प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत कमी लाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के क्रम में बार-बार ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों से प्रशासन अब सख्ती से निपटेगा। 

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बुधवार को 15 से 31 दिसंबर तक मनाए जाने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह की समीक्षा के दौरान इस संबंध में सख्त निर्देश दिए। 

मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक में मुख्य सचिव ने 'सड़क सुरक्षा पखवाड़ा' अंतर्विभागीय समन्वय के साथ मनाने का सुझाव दिया।

मुख्य सचिव ने कहा कि ओवरस्पीडिंग, रॉन्‍ग साइड ड्राइविंग, मोबाइल फोन का प्रयोग और नशे में गाड़ी चलाने के कारण अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इसमें कमी लाने के लिए जागरुकता की बहुत जरूरत है। सभी मंडलायुक्त व जिलाधिकारी इस पर गंभीरता से कार्य करें। 

उन्होंने कहा कि पखवाड़े के दौरान सभी स्कूली वाहनों के फिटनेस की जांच के साथ ही वाहन चालकों के भी मेडिकल फिटनेस की जांच कराई जाए। शिक्षण संस्थानों में छात्रों को सड़क सुरक्षा एवं यातायात के नियमों की जानकारी दी जाए, तथा कोहरे को देखते हुए प्रभावी पेट्रोलिंग की जाए

उन्होंने कहा कि कॉमर्शियल चालकों के लिए हेल्थ कार्ड अनिवार्य रूप से जारी किए जाएं। ओवरलोडिंग को टास्क फोर्स द्वारा रोका जाए। 

उन्होंने कहा कि सभी मंडल व जिलों में सड़क सुरक्षा समिति की बैठकें अनिवार्य रूप से करें। जिलों में उपलब्ध क्रिटिकल केयर फैसिलिटी का भी समय-समय पर निरीक्षण करें, ताकि सड़क दुर्घटना से प्रभावित व्यक्तियों को जिले में ही तत्काल उपचार मिल सके।

बैठक में कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग सुभाष चंद्र शर्मा, प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार, आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद मनीषा त्रिघाटिया, कृषि सचिव राजशेखर, राजस्व सचिव नवीन कुमार, परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।