उप्र राज्य निर्माण सहकारी संघ में हुए भ्रष्टाचार के मामले में आईएएस अफसर के विरुद्ध जांच शुरू।

उक्त मामले में चिकित्सा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद व विशेष सचिव प्रांजल यादव और तीन अन्य अधिकारियों के विरुद्ध लोकायुक्त की जांच शुरू हुई है।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

उप्र राज्य निर्माण सहकारी संघ में हुए भ्रष्टाचार के मामले में आईएएस अफसर के विरुद्ध जांच शुरू।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 19 मई।

उक्त मामले में चिकित्सा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद व तत्कालीन विशेष सचिव प्रांजल यादव और तीन अन्य अधिकारियों के विरुद्ध लोकायुक्त की जांच शुरू हुई है।

प्रारंभिक जांच में साक्ष्य मिलने के बाद उप लोकायुक्त दिनेश कुमार सिंह ने प्रकरण को अंतिम जांच के लिए ग्रहण करते हुए आरोपित अधिकारियों से कई बिंदुओं पर उनका पक्ष व साक्ष्य शपथ पत्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। 

अमित माेहन प्रसाद वर्तमान में एमएसएमई विभाग में अपर मुख्य सचिव तथा प्रांजल यादव सचिव के पद पर तैनात हैं।

लखनऊ के महेश चन्द्र श्रीवास्तव ने लोकायुक्त कार्यालय में एक परिवाद दाखिल किया था, जिसमें भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। 

चिकित्सा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के तत्कालीन अधिकारियों पर नियमों को दरकिनार कर उप्र राज्य निर्माण सहकारी संघ को कार्य आवंटित कर अनुचित लाभ कमाने की बात कही गई है।

आरोप है कि सहकारी संघ में बीते कई वर्षाें से मुख्य अभियंता, विद्युत का पद रिक्त होने के बावजूद विद्युत कार्याें के लिए निविदा प्रकाशित की जा रही थीं। आरोपित अधिकारियों व कर्मियों ने अनुचित लाभ प्राप्त कर यह कार्य चहेते फर्म संचालक को दिया।

इसके अलावा अग्निशमन सुरक्षा केे कार्य में दक्षता न होने के बाद नियम विरुद्ध सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण का कार्य उप्र राज्य निर्माण सहकारी संघ काे दिया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण के निर्धारित मानकों में अग्निशमन व्यवस्था का कार्य भी शामिल है।

इसमें दक्षता न होने के बाद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण के लिए सहकारी संघ को चयनित किया गया। 

परिवाद में चिकित्सा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के तत्कालीन संयुक्त सचिव प्राणेश चन्द्र शुक्ला, अपर निदेशक, विद्युत निदेशालय चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाएं डीके राय व अनुभाग अधिकारी चंदन कुमार रावत को भी आरोपित बनाया गया है। उप लोकायुक्त ने मामले की जांच आरंभ कर दी है।