मुख्तार अंसारी पुत्रवधु निखत और विधायक पुत्र अब्बास के जेल मिलन कांड का मामला

अब्बास के गुर्गे पहुंचाते बनारस में कैश और देते एकाउंट डिटेल किसके खाते में डालना है कितना कितना, 6माह में 92 लाख और 87लाख के हुए ट्रांजेक्शन। टोटल 6 माह में 1 करोड़ 79 लाख हुआ ट्रांजेक्शन, रूपए ट्रांजेक्शन करने वाला आरोपी बनारस से किया गया गिरफ्तार।
 
Abbas
शाहबाज आलम भेजता था पैसे, 6 माह के अंदर 1 करोड़ 79 लाख का हुआ ट्रांजेक्शन, निखत अब्बास जेल मिलन कांड में पुलिस ने किया बड़ा खुलासा।

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 26 मार्च:- पुलिस अधीक्षक चित्रकूट वृंदा शुक्ला एवं जिलाधिकारी चित्रकूट अभिषेक आनंद द्वारा 10 फरवरी 2023 को जिला कारागार चित्रकूट की आकस्मिक चेकिंग की गयी थी, जिसमें कारागार में निरूद्ध अपराधी अब्बास अंसारी एवं उसकी पत्नी निखत बानो तथा उनके सहयोगियों द्वारा कारागार के अन्दर कतिपय अधिकारी एवं कर्मचारीगणों के सहयोग से अवैध गतिविधियां संचालित की जा रही थी। जिसके सम्बन्ध में निखत बानो पत्नी अब्बास अंसारी एवं उसके सहयोगी ड्राइवर नियाज को गिरफ्तार किया गया था। विवेचना के क्रम में नामजद अभियुक्तों के मुख्य सहयोगी फराज खान एवं नवनीत सचान सहित नामजद अभियुक्त अशोक कुमार सागर (जेल अधीक्षक), संतोष कुमार (जेलर), चन्द्रकला (डिप्टी जेलर) व जगमोहन (जेल वार्डर) को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।

अब्बास निखत प्रकरण में एक और नई बात प्रकाश में आयी है कि जो रूपये कैंटीन कॉन्ट्रैक्टर नवनीत सचान के खाते में अब्बास अंसारी के कहने पर डाले गये थे उनसे एक अन्य आरोपी शहबाज आलम की खोज की गयी है, जो वाराणसी में एक सी०ए० के कार्यालय में कार्यरत है एवं उसके द्वारा 02 बेनामी खाता पहला रोशनी बानू और आशफ शाह नाम से ऑपरेट किये जा रहे है। इन खातों में पिछले 06 माह में क्रमशः 92 लाख और 87 लाख के ट्रांजेक्शन हुए हैं। पूछताछ के दौरान अभियुक्त शहबाज आलम के द्वारा बताया गया है कि अब्बास अंसारी के गुर्गे उनको कैश पहुंचाते है एवं किस खाते में पैसा डालना है उसकी डिटेल भी पहुंचाते है, जिसके उपरांत मेरे द्वारा उपरोक्त कार्यवाही की जाती है। इन बेनामी खातों के अतिरिक्त कुछ शैल कम्पनियां भी पायी गयी है, जिनमें कैश जमा करके उनको अपराधिक गतिविधियों हेतु घुमाया जाता है। यह गिरोह जनपद मऊ, गाजीपुर, बनारस, आजमगढ़, जौनपुर, दिल्ली सहित अन्य शहरों में भी अब्बास अंसारी के लिए का कार्य करता है। पूछताछ में इन पैसों का उपयोग जेल अधिकारियों को नगद और उपहार के जरिए लालच देकर अपने लिए जेल में अवैध सुविधाएं इकट्ठा करना, वकीलों और दलालों को अपने मुकदमों की पैरवी के पैसे देना तथा अन्य अवैध कार्यों में खर्च करने की बात सामने आई है। इस धन के लेन-देन का जिम्मा नियाज और उसके कुछ सहयोगियों के माध्यम से होता था। इतनी बडी धनराशि के ट्रांजैक्शन से अवैध स्रोतों से कमाई के आरोपों को पुष्टिकारक बल मिला है, जिसके बारे में गहराई से जांच जारी है। इसमें आयकर विभाग एवं प्रवर्तन निदेशालय से भी मदद ली जाएगी। इन दोनो ही खातों को पुलिस द्वारा सीज़ कर लिया गया है, और आरोपी शाहबाज आलम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।