संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा ही नही, यूपी के कोर्ट परिसर में हुए है ये बड़े हत्याकांड

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ, 08 जून:- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग स्थित कोर्ट परिसर में बुधवार को दिनदहाड़े गोलियां चली। हमलावर ने बदमाश संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पर 9MM की पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां चलाई, इसमें मुख्तार गैंग के शूटर जीवा की मौके पर ही मौत गई, जबकि 4 लोग इस फायरिंग मे घायल हो गए। इस हत्याकांड ने पूरे यूपी में भूचाल ला दिया है। इस हत्याकांड ने अतीत में कोर्ट परिसर में हुए हत्याकांडों की याद ताजा कर दी है।
01- संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या से हिला लखनऊ कोर्ट- लखनऊ कचहरी में बुधवार 07 जून को दिनदहाड़े गोलियों से मारे गए संजीव माहेश्वरी को मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाता था। उसका नाम 10 फरवरी 1997 यूपी के पूर्व ऊर्जा मंत्री और बीजेपी नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी के हत्याकांड में आया था। इस मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, जीवा को मारने वाले आरोपी की पहचान बिजनौर निवासी विजय यादव के तौर पर हुई है।
02- मुजफ्फरनगर कचहरी में हुआ विक्की हत्याकांड- यूपी के मुजफ्फरनगर में कोर्ट में 16 फरवरी 2015 को कुख्यात बदमाश विक्की त्यागी की हत्या कर दी गई थी। उसे उत्तराखंड की कोटद्वार जेल से पेशी पर मुजफ्फरनगर कचहरी लाया गया था। दोपहर 2.30 बजे वकील के वेश में एक हमलावर कोर्ट में घुसा और उसने पिस्टल से विक्की त्यागी पर 12 गोलियां चलाई, विक्की इस हमले में मारा गया। खुद विक्की त्यागी वेस्ट यूपी का शॉर्प शूटर था। उस पर लूट, कत्ल और रंगदारी के 25 केस दर्ज थे।
03- हापुड़ कोर्ट के बाहर कुख्यात बदमाश लाखन सिंह की हत्या- 16 अगस्त 2022 को हरियाणा के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर लखनपाल को पेशी के लिए हापुड़ लाया गया था। हापुड़ की कचहरी के बाहर 4 बदमाशों ने 20 राउंड ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसमें लखनपाल की मौत हो गई थी, मनोज भाटी और उसके साथी कचहरी में हत्याकांड को अंजाम देकर फरार हो गए थे। हालांकि बाद में मनोज भाटी पुलिस के साथ एक एनकाउंटर में मारा गया।
04- मेरठ कोर्ट में हुई थी गैंगवार- 16 अक्टूबर 2006 मेरठ की कचहरी में गैंगवार देखने को मिली था। फिल्मी अंदाज में हुई गैंगवार ने पूरे प्रदेश को हिला दिया था, उत्तर प्रदेश के नामी कुख्यात रविंद्र सिंह भूरा और उसके भतीजे की कचहरी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके अलावा पुलिस की गोली से बदमाश राजेंद्र उर्फ चुरमुट भी मारा गया था। यूपी पुलिस का एक जवान भी इसमें मारा गया था। इस गैंगवार में कचहरी में आए 7 लोग घायल हो गए थे।
05- UP बार कौंसिल की अध्यक्ष की हत्या- आगरा कचहरी में 12 जून 2019 को यूपी बार कौंसिल की अध्यक्ष चुनी गई दरवेश यादव को उनके ही एक पूर्व सहयोगी वकील ने अपनी लाइसेंस पिस्टल से 5 गोली मारी थी। उन पर ये हमला तब हुआ जब वो अपने चैंबर में बैठी थी। दरवेश यादव की हत्या करने बाद हमलावर वकील ने खुद को भी गोली मार दी थी।
06- मुरादाबाद कचहरी में ब्लॉक प्रमुख की हत्या- 24 फरवरी 2015 को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के डिलारी के ब्लॉक प्रमुख की कचहरी में पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई थी। योगेंद्र उर्फ भूरा को 2 लोगों ने कचहरी में गोली मारी थी और उसके बाद वो फरार हो गए थे। योगेंद्र उर्फ भूरा भी वेस्ट यूपी में अपराध जगत का बड़ा नाम था। उनकी हत्या करने वालों में से एक की भाई की हत्या का आरोप योगेंद्र पर था, यानि बदले के लिए ये हत्या की गई थी।
07- गोरखपुर में रेप के आरोपी की हुई थी हत्या- गोरखपुर दीवानी कचहरी की पार्किंग में 21 जनवरी 2022 को रेप के एक आरोपी की हत्या कर दी गई थी। दिलशाद हुसैन को रेप पीड़िता के पिता ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारी थी। उस पर हमला तब किया गया जब वो अपने वकील से मिलने के लिए दोपहर को कोर्ट पहुंचा था।
08- बिजनौर कोर्ट में चली थी ताबड़तोड़ गोलियां- 19 दिसंबर साल 2019 को यूपी के हिस्ट्रीशीटर बदमाश शाहनवाज की बिजनौर के कोर्ट में 11 गोलियां मारकर हत्याकर दी थी। वो एक केस में दिल्ली की तिहाड़ जेल से पेशी के लिए बिजनौर कोर्ट पहुंचा था, पेशी के लिए शाहवनाज का भाई भी उसके साथ पहुंचा था लेकिन वो वारदात के दौरान फरार हो गया था। कोर्ट में हुए इस हमले से पूरे प्रदेश में सनसनी मच गई थी।