प्रोफेसर साहब अपने छात्रों को जेहाद का भी प्रशिक्षण दे रहे थे।

एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) ने अलीगढ़ से इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के जिस आतंकी वजीहुद्दीन को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया है, उसे अलीगढ़ में युवक प्रोफेसर के नाम से बुलाते थे।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

प्रोफेसर साहब अपने छात्रों को जेहाद का भी प्रशिक्षण दे रहे थे।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता, ग्लोबल भारत न्यूज

लखनऊ, 10 नवम्बर।

एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) ने अलीगढ़ से इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के जिस आतंकी वजीहुद्दीन को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया है, उसे अलीगढ़ में युवक प्रोफेसर के नाम से बुलाते थे।

आरोप है कि आतंकी शहनवाज के कहने पर युवा प्रोफेसर वजीहुद्दीन अलीगढ़ में रहकर कोचिंग चलाता था और उसके संपर्क में आए युवकों को जिहाद का भी प्रशिक्षण दिया करता था।

वह बड़ी चालाकी से युवकों को अपने प्रभाव में लेकर आईएसआईएस से जोड़ रहा था।

एटीएस ने वजीहुद्दीन को छत्तीसगढ़ के भिलाई से गिरफ्तार किया था। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाकर विशेष कोर्ट में पेश किया गया। बाद में वजीहुद्दीन को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। 

एटीएस अब उसे भी पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। 

एटीएस आतंकी अब्दुल्ला अर्सलान व माज बिन तारिक काे भी पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। दोनों से मिली जानकारियों के आधार पर उनके कई साथियों की भी सरगर्मी से तलाश भी की जा रही है।

एटीएस आईएसआईएस के पूरे माड्यूल से जुड़े संदिग्धों की गहनता से पड़ताल से जुटी है। उसे आशंका है कि वजीहुद्दीन ही मास्टरमाइंड है। उसके संपर्क में रहे युवकों को चिन्हित किया जा रहा है। 

एटीएस आरोपितों की सोशल मीड‍िया की गतिविधियों की पड़ताल भी कर रही है। 

पड़ताल में पता चला है कि वजीहुद्दीन ने ही अन्य आरोपित अब्दुल समद, फैजान बख्तियार, नावेद सिद्दीकी व अरशद वारसी को जिहाद के लिए तैयार किया था।