लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी का क्वीन मेरी हास्पिटल लावारिस बच्चों को पालेगा।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस पालने का शुभारंभ करते हुए कहा कि यदि किसी शिशु के पालन-पोषण में किसी को किसी भी कारण से दिक्कत है तो उसे यहां छोड़ सकते हैं। यहां उसकी उचित देखभाल की जाएगी।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी का क्वीन मेरी हास्पिटल लावारिस बच्चों को पालेगा।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 30 जून।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस पालने का शुभारंभ करते हुए कहा कि यदि किसी शिशु के पालन-पोषण में किसी को किसी भी कारण से दिक्कत है तो उसे यहां छोड़ सकते हैं। यहां उसकी उचित देखभाल की जाएगी।

अनचाहे बच्चों का मौत या लावारिश होने से बचाने के लिए लखनऊ के इस अस्पताल ने सराहनीय पहल की है। 

इस पालने में कोई भी व्यक्ति शिशु को छोड़ सकता है। इस दौरान उसे रोका-टोका नहीं जाएगा और ना ही कोई पूंछताछ की जाएगी। वहां बच्चा लाने वाले की कोई पहचान या बच्चा देने की कोई वजह नहीं पूछी जाएगी।

इस अवसर पर उदयपुर के महेशाश्रम, मां भगवती विकास संस्थान के संस्थापक योग गुरु देवेंद्र अग्रवाल ने कहा कि अनचाहे शिशुओं को लोग लेकर इधर-उधर छोड़कर चले आते हैं। गलत हाथों में शिशु के जाने से लोग उनसे थोड़ा बड़ा होने पर भिक्षा मंगवाते हैं। 

इस मौके पर प्रति-कुलपति डॉ. विनीत शर्मा, सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार और विभागाध्यक्ष प्रो. एसपी जैसवार अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।

क्वीनमेरी की विभागाध्यक्ष डॉ. एसपी जैसवार ने कहा कि अस्पताल के मुख्य गेट के पास बने इस आश्रय पालन स्थल में सेंसर लगा है। इसमें जैसे ही शिशु को लिटाया जाएगा पीआरओ के कमरे में सेंसर बजने लगेगा। 

इसके बाद पीआरओ शिशु को एनएनयू में भर्ती कराएंगे। डॉक्टर शिशु की सेहत का हाल लेंगे और जरूरी दस्तावेज तैयार कराएंगे। इस दौरान सुरक्षा गार्ड समेत दूसरे कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि शिशु को छोड़कर जाने वाले से कोई टोका-टाकी नहीं की जाएगी।