शिक्षण कार्य में लापरवाही पर तीन प्रधानाध्यापक और एक शिक्षक का वेतन रोका

रायबरेली में तीन परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और एक सहायक अध्यापक का अक्तूबर माह का वेतन रोक दिया गया। यह कार्रवाई विद्यालयों के निरीक्षण के बाद खंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट पर बीएसए ने किया।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

शिक्षण कार्य में लापरवाही पर तीन प्रधानाध्यापक और एक शिक्षक का वेतन रोका


डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 16 अक्टूबर।

रायबरेली में तीन परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और एक सहायक अध्यापक का अक्तूबर माह का वेतन रोक दिया गया। यह कार्रवाई विद्यालयों के निरीक्षण के बाद खंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट पर बीएसए ने किया।

पहला मामला राही क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर आइमा का है। खंड शिक्षा अधिकारी बृजलाल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 12 अक्तूबर को निरीक्षण के समय विद्यालय बंद मिला। 

एसआरजी शैलेंद्र कुमार 16 अक्तूबर की सुबह विद्यालय पहुंचे तो भी ताला बंद मिला। बीईओ की रिपोर्ट पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक आराधना कौशल और सहायक अध्यापक वंदना सेंगर का अक्तूबर माह का वेतन रोक दिया। शिक्षामित्र कृष्ण कुमारी का मानदेय भी रोका।

दूसरा मामला लालगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गेगासों का है। इस विद्यालय का 11 अक्तूबर को खंड शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण किया तो कई कमियां मिलीं। एमडीएम में बच्चों को दूध नहीं बांटा गया। एमडीएम की सूचना नौ अक्तूबर से दर्ज नहीं की गई थी। 

बीएसए ने इस विद्यालय की प्रधानाध्यापक अमिता सिंह का अक्तूबर माह का वेतन रोकते हुए एक हफ्ते में स्पष्टीकरण मांगा है। 

तीसरा मामला भी लालगंजक्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय वाजपेयीपुर का है, जहां 11 अक्तूबर को हुए बीईओ के निरीक्षण में कई कमियां मिली। बीएसए ने प्रधानाध्यापक रामबाबू का अक्तूबर माह का वेतन रोकते हुए एक सप्ताह में बीईओ के माध्यम से जवाब मांगा है।