जीवा की सुरक्षा में लगे छह पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया।

इन पुलिसकर्मियों पर कचहरी परिसर के प्रवेश गेट पर चेकिंग नहीं करने का गंभीर आरोप है। इसके कारण आरोपी कोर्ट में असलहा लेकर दाखिल हो गया था।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

जीवा की सुरक्षा में लगे छह पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया। 

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 9 जून।

इन पुलिसकर्मियों पर कचहरी परिसर के प्रवेश गेट पर चेकिंग नहीं करने का गंभीर आरोप है। इसके कारण आरोपी कोर्ट में असलहा लेकर दाखिल हो गया था।

लापरवाही और अनुशासनहीनता के आरोप में मुख्य आरक्षी सुनील दुबे, मोहम्मद खालिक, अनिल सिंह, सुनील श्रीवास्तव, आरक्षी धर्मेंद्र और महिला आरक्षी निधि देवी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। 

इस बीच एसआईटी ने जीवा को जेल से सुरक्षा घेरे में लेकर आने वाले 10 पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए हैं। इनमें दो दारोगा, चार मुख्य आरक्षी और चार आरक्षी शामिल हैं।

बताते चलें कि भरी अदालत में मुख्तार अंसारी के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गई थी। 

हत्या के बाद मौके पर ही हमलावर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, वहीं उसका एक साथी मौके से फरार हो गया था।

सूत्रों ने बताया कि पुलिस न्यायालय में अर्जी देकर अदालत में लगे कैमरे का फुटेज मांगेगी। फुटेज की पड़ताल के बाद पूरा घटनाक्रम स्पष्ट हो जाएगा। 

इससे ये भी पता चलेगा कि आरोपी विजय इससे पहले कितनी बार कोर्ट रूम में आया था। यही नहीं कुल कितने दिन तक आरोपी ने रेकी की थी, इसकी जानकारी के लिए कचहरी परिसर में लगे कैमरे खंगाले जा रहे हैं। गुरुवार को भी पुलिस की कई टीम कचहरी में मुस्तैद रही।

पुलिस आरोपी के पास से बरामद मोबाइल फोन का डाटा भी खंगाल रही है। आरोपी ने फोन से कई मैसेज डिलीट कर दिए थे। आखिरी बार आरोपी की किससे बात हुई थी, इसके लिए पुलिस ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकलवाया है।