एटीएम काटकर 39.58 लाख पार रुपये पार करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड सुधीर मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा गिरफ्तार।

एटीएम बाबा को पुलिस ने मंगलवार को छपरा बिहार से गिरफ्तार किया। बुधवार को लखनऊ में प्रेसवार्ता के बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया।
 
ग्लोबल भारत न्यूज

एटीएम काटकर 39.58 लाख पार रुपये पार करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड सुधीर मिश्रा उर्फ एटीएम बाबा गिरफ्तार।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

लखनऊ, 18 मई।

उसको पुलिस ने मंगलवार को बिहार के छपरा से गिरफ्तार किया। बुधवार को उसे लखनऊ में प्रेसवार्ता के बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया।

एटीएम बाबा का देशभर में नेटवर्क है। वह गुर्गों की मदद से देश के अलग-अलग राज्यों में एटीएम काटकर रकम पार करने का गिरोह चला रहा था। 

एटीएम बाबा ने करोड़ों का साम्राज्य बना रखा है। मामले में अब तक कुल छह आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि बीते तीन अप्रैल की रात सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में स्थित एसबीआई बैंक के एटीएम को काटकर उक्त रकम पार की गई थी। 

पुलिस ने 25 अप्रैल को वारदात का खुलासा कर चार आरोपियों नीरज मिश्रा, राज तिवारी, पंकज कुमार पांडेय व कुमार भास्कर ओझा को जेल भेजा था।

पिछले सप्ताह आरोपी इंजीनियर सर्वेश उर्फ विजय पांडेय पकड़ा गया था। पुलिस ने खुलासा किया था कि बिहार के छपरा निवासी सुधीर कुमार मिश्रा गिरोह का सरगना है। 

डीसीपी साउथ विनीत जायसवाल ने बताया कि सुधीर के ठिकानों पर दबिश दी जा रही थी। सर्विलांस की मदद से ट्रेस कर अब गिरफ्तार किया गया है। उसको कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

पुलिस के मुताबिक, सरयू अपार्टमेंट में रहने वाला आरोपी सर्वेश पांडेय एटीएम में कैश लोड करने का काम करता था। उसको जानकारी रहती थी कि किस एटीएम में कितनी रकम है। 

सर्वेश गिरोह के सरगना सुधीर के भाई नीरज का करीबी था। सर्वेश ने नीरज से ही लखनऊ में वारदात को अंजाम देने की बात कही थी। तब नीरज ने सर्वेश को सुधीर से मिलवाया था। सुधीर ने पूरी साजिश रची और वारदात को अंजाम दिलवाया।

एडीसीपी साउथ शशांक सिंह ने बताया कि सुधीर मिश्रा बिहार पुलिस में सिपाही रहा है। कुछ ही दिन सर्विस में रहने के बाद उसको बर्खास्त किया गया था। वह पहले एटीएम में तकनीकी खराबी कर रकम पार करता था। उस पर 11 केस दर्ज हैं। वह जेल भी कई बार गया है। 

जेल में ही उसकी मुलाकात मेवातियों से हुई थी। मेवाती एटीएम काटने में माहिर हैं। वह चंद मिनट में एटीएम खाली कर देते हैं। ऐसे में सुधीर ने मेवातियों को गैंग में जोड़ा। वह खुद बिहार में रहता था, लेकिन अपने गुर्गों को मेवातियों के साथ मिलकर दूसरे राज्यों में वारदात अंजाम दिलवाता था। वह अपराध जगत में एटीएम बाबा के नाम से मशहूर हो गया।

जब पुलिस ने वारदात का खुलासा कर चार आरोपी पकड़े थे तो उनके पास से नौ लाख रुपये बरामद किए थे। फिर आरोपी सर्वेश के पास से दो लाख रुपये बरामद किए थे। 

फिलहाल पुलिस सुधीर के पास से कोई रकम बरामद नहीं कर सकी है और अभी तक एक तिहाई से भी कम रकम मिली है। डीसीपी ने बताया कि फरार अन्य सात आरोपियों की तलाश जारी है। उनसे भी बरामदगी की उम्मीद है।