लखनऊ हाईकोर्ट ने अमेठी के संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस निलम्बन पर रोक लगाया।

लखनऊ हाईकोर्ट ने अमेठी के संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस निलम्बन पर रोक लाया।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
लखनऊ, 5 सितम्बर।
हाईकोर्ट लखनऊ का आदेश आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने गुरुवार से ओपीडी सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। बुधवार शाम आदेश आने के बाद अस्पताल कर्मचारियों ने भी अपना सत्याग्रह समाप्त कर दिया है।
कर्मचारियों और अस्पताल प्रशासन ने न्यायालय के आदेश पर खुशी जताई और एक दूसरे को मिठाई बांटी।
ज्ञातव्य है कि मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल में मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के रामशाहपुर निवासी दिव्या शुक्ला 14 सितंबर को पथरी का आपरेशन कराने गई थी। आपरेशन थियेटर में बेहोशी का इंजेक्शन देने के दौरान तबीयत बिगड़ने पर दिव्या को लखनऊ ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
इस मामले को लेकर मृतका के परिवारजन ने शव रखकर प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य विभाग ने जांच कराई। अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर सभी सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया।
इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद 27 सितंबर को सुनवाई हुई थी।
उच्च न्यायालय ने मंगलवार को सुनवाई की अगली तिथि तय की थी। लेकिन मंगलवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में अस्पताल प्रबंधन की याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी।
कोर्ट ने अगली सुनवाई चार अक्टूबर बुधवार को नियत की थी। बुधवार को सुनवाई में हाई कोर्ट ने सीएमओ के आदेश पर रोक लगा दी है। कर्मचारियों और अस्पताल प्रशासन ने न्यायालय के आदेश पर खुशी जताई है।
स्थगन आदेश की जानकारी होते ही अस्पताल गेट पर सत्याग्रह आंदोलन कर रहे कर्मचारियों व कांग्रेन नेताओं के चेहरे खिल उठे। सभी ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी।
केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय पर जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल के नेतृत्व में पटाखे फोड़कर एक दूसरे का मुंह मीठा किया गया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि यह अमेठी वासियों के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जीत है।
उन्होंने सत्याग्रह आंदोलन और प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से सचेत करने में सहभागिता निभाने वाले सभी राजनैतिक दलों व संगठनों का आभार प्रकट किया।
इस मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष योगेंद्र मिश्र, प्रवक्ता डा.अरविंद चतुर्वेदी, शाहगढ़ ब्लाक प्रमुख सदाशिव यादव, देवेंद्र सिंह गप्पू, सेवादल जिलाध्यक्ष रामबरन कश्यप, फिरोज आलम, राजू पंडित, अरुण मिश्रा, राम प्रताप पांडेय, सुभाष मिश्र आदि उपस्थित रहे।