छात्रा को एसिड अटैक से घायल करने वाला उसके भाई का दोस्त निकला।
छात्रा को एसिड अटैक से घायल करने वाला उसके भाई का दोस्त निकला।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
लखनऊ, 5 जून।
पुलिस ने मीडिया को बताया कि उक्त मामले में देर रात मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया लखीमपुर निवासी आरोपी अभिषेक वर्मा छात्रा के भाई का दोस्त निकला।
अभिषेक ने कुछ दिन पहले धोखे से दोस्त के मोबाइल से चोरी से छात्रा का नंबर हासिल कर लिया था। फिर छह नंबरों से उसे लगातार कॉल कर परेशान करने लगा। इस पर छात्रा ने नंबर ब्लॉक कर दिए। इसी खुन्नस में सिरफिरे ने उस पर एसिड से हमला कर दिया।
पुलिस की तफ्तीश और आरोपी से पूछताछ में कई अहम तथ्य सामने आए।
चौक निवासी 20 वर्षीय छात्रा बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे लोहिया पार्क के पास मौसेरे भाई से मिलने गई थी। तभी एक शोहदे ने पीछा करने के बाद उससे बातचीत करने का प्रयास किया और विरोध पर एसिड फेंक दिया था।
इससे छात्रा और उसका मौसेरा भाई झुलस गए थे। पुलिस की सर्विलांस टीम ने देर रात अभिषेक को गुलाला घाट के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि अभिषेक और छात्रा का मौसेरा भाई दोस्त हैं। दोनों लखीमपुर के रहने वाले हैं।
डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया कि आरोपी से छह सिम बरामद हुए। उसने अलग-अलग आईडी पर सिम लिए थे। जैसे ही छात्रा उसका एक नंबर ब्लॉक करती, वह दूसरे से कॉल और मैसेज भेजने लगता। इस पर छात्रा ने ये सारे नंबर ब्लॉक कर दिए।
अभिषेक बोला, जब छात्रा ने रिस्पांस नहीं दिया तो वह खुन्नस रखने लगा। दो दिन पहले साजिश रची। उसे सिर्फ मौके का इंतजार था। बुधवार सुबह वह छात्रा के घर के पास पहुंचा। उसके निकलते ही पीछा करते हुए लोहिया पार्क तक पहुंच गया।
पुलिस के मुताबिक कॉल डिटेल और भेजे गए मैसेज अहम साक्ष्य हैं। पुलिस ने बताया कि अभिषेक के पास से एक बोतल सल्फ्यूरिक एसिड कंसन्ट्रेटेड व एक बोतल हाइड्रोजन पैरॉक्साइड सॉल्यूशन बरामद हुआ है। उसने दोनों को मिलाकर तीसरी बोतल में भरकर अटैक किया था। उसने अब तक यह नहीं बताया है कि एसिड कहां लिया। सूत्रों के मुताबिक उसे किसी लैब से एसिड मिला। पुलिस इसकी तफ्तीश कर रही है।
मुठभेड़ में दाएं पैर में गोली लगने पर आरोपी को ट्रॉमा में भर्ती कराया गया था। एसीपी चौक राजकुमार सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा गया। आरोपी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था।
उधर परिजनों ने पीड़िता को अस्पताल में बताया कि जिस क्रूर शख्स ने उस पर एसिड डाला था उसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली भी लगी है। इस पर पीड़िता बोली..."वह पकड़ा गया, थोड़ा सुकून मिला। लेकिन उसको बहुत सख्त सजा मिलनी चाहिए। मैं चाहती हूं कि उसको फांसी हो। तभी मेरे साथ न्याय होगा।"
पीड़िता का कहना है कि आरोपी उसको तंग कर रहा था। उसको लगा कि नंबर ब्लॉक कर दिए हैं, तो छुटकारा मिल जाएगा। जरा भी अंदाजा न था कि वह ऐसी हरकत करेगा, जिससे मेरा जीवन ही बर्बाद हो जाएगा। इसलिए किसी से शिकायत नहीं की। अगर पता होता कि वह इस तरह से हमला कर सकता है तो तुरंत शिकायत कर देती। परिजन भी इस बात को लेकर अफसोस में है कि अगर एक बार भी बेटी ने बता दिया होता तो ये नौबत न आती और आरोपी पर पहले ही कार्रवाई हो जाती।
घटना के प्राथमिक इलाज के बाद जब हालत में थोड़ा सुधार हुआ था तब पीड़िता ने पुलिस और परिजनों को घटना के बारे में बताया।
उसके पिता के मुताबिक, बृहस्पतिवार को मजिस्ट्रेट ने अस्पताल जाकर पीड़िता के बयान दर्ज किए। पीड़िता ने रोते रोते मजिस्ट्रेट को आपबीती सुनाई। पूरी घटना दोहराई। बताया कि वह ई रिक्शा से लोहिया पार्क के पास उतरी। पीछे से किसी ने आवाज लगाई। जैसे ही वह रुकी तो एक युवक आया। बातचीत का प्रयास करने लगा। तभी उनका मौसेरा भाई आ गया और उसने युवक को फटकार कर भगा दिया। चंद सेकेंड बाद वह लौटा और एसिड फेंक दिया।