यूपी में सपा कार्यालय के बाहर लगा यह पोस्टर

मौर्य की इस टिप्पणी को लेकर काफी विवाद उत्पन्न हो गया था। संतों और बीजेपी के नेताओं ने मौर्य की कड़ी आलोचना की थी, उनके खिलाफ लखनऊ में केस भी दर्ज किया गया। वहीं, मौर्य के समर्थन में आए एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने रविवार को श्रीरामचरितमानस के कथित आपत्तिजनक अंश की प्रतियां जलाई थीं।
 
राजनीति

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ, 31 जनवरी:- यूपी में रामचरितमानस पर समाजवादी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादास्पद टिप्पणी से सियासत गरमाई हुई है, हिंदू संगठन और भारतीय जनता पार्टी के नेता समाजवादी पार्टी पर लगातार हमलावर हैं। इस बीच, राजधानी लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है, पोस्टर में लिखा है कि गर्व से कहो हम शूद्र हैं। इस पोस्टर को अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रीय महासभा की ओर से लगाया गया है, पोस्टर पर संगठन के राष्ट्रीय महासचिव डॉ शूद्र उत्तम प्रकाश सिंह पटेल का भी नाम लिखा गया है।

क्या था मामला- स्वामी प्रसाद मौर्य ने इसी साल 22 जनवरी को श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई का जिक्र करते हुए कहा था कि उसमें पिछड़ों, दलितों और महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखी हैं, जिससे करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचती है। इस वजह से इस पर पाबंदी लगनी चाहिए, मौर्य की इस टिप्पणी को लेकर काफी विवाद उत्पन्न हो गया था। संतों और बीजेपी के नेताओं ने मौर्य की कड़ी आलोचना की थी, उनके खिलाफ लखनऊ में केस भी दर्ज किया गया। वहीं, मौर्य के समर्थन में आए एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने रविवार को श्रीरामचरितमानस के कथित आपत्तिजनक अंश की प्रतियां जलाई थीं। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य का बचाव करते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि वह सीएम योगी आदित्यनाथ से विधानसभा सदन में इस महाकाव्य की एक चौपाई में इस्तेमाल किए गए ‘ताड़ना’ शब्द की व्याख्या पूछेंगे। यादव ने कहा ‘हमारे सीएम एक संस्थान से निकले हैं और वह योगी हैं। मैं उनसे विधानसभा सदन में यह पूछूंगा कि श्रीरामचरितमानस में जिन पंक्तियों का जिक्र इस वक्त चल रहा है उनमें ताड़ना शब्द का इस्तेमाल किन लोगों के लिए किया गया है, वह किन लोगों पर लागू होती है।