डेलिवरी मैन बनकर एपार्टमेंट्स में चोरी करने वाले पकड़े गए।
डेलिवरी मैन बनकर एपार्टमेंट्स में चोरी करने वाले पकड़े गए।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
लखनऊ, 27 अक्टूबर।
डीसीपी पूर्वी और बीबीडी थाने की पुलिस ने बृहस्पतिवार को शातिर चोरों के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन को गिरफ्तार किया और लाखों रुपये कीमत का चोरी का माल भी बरामद किया है।
हापुड़ के इस गिरोह के बदमाश लखनऊ आकर डिलीवरी मैन बनकर अपार्टमेंट में दाखिल होते थे। वहां जिस फ्लैट में ताला बंद मिलता, उसी में ताला तोड़कर और चोरी करके तुरंत शहर छोड़ देते थे। सीसीटीवी फुटेज व सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंची है।
डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने पत्रकारों को बताया कि 13 अक्तूबर को गोयल हाइट्स के टावर-9 के फ्लैट नंबर 702 में रहने वाले दिलीप कुमार यादव के यहां चोरी हुई थी। केस की जांच कर बृहस्पतिवार को हापुड़ के काजीबाड़ा निवासी आरिफ उर्फ कल्लू, मोती काॅलोनी के रईस और मेरठ के मुस्तकीम को गिरफ्तार किया गया गया।
पूछताछ में सामने आया कि आरिफ गिरोह का सरगना है। उसके खिलाफ विभिन्न शहरों में करीब 40 केस दर्ज हैं। इनका गिरोह शहरों में घूमकर वारदात अंजाम देता था।
डीसीपी ने बताया कि इस गिरोह में दिल्ली का इज्जत अली, मेरठ के मैनुद्दीन व नीटम भी हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। नीटम पेशे से सर्राफ है। वह चोरी के जेवर खरीदता है।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक अवैध पिस्टल, कारतूस व लाखों के जेवर बरामद हुए हैं।
गिरोह का एक बदमाश पहले डिलीवरी मैन बनकर फर्जी नाम से इंट्री कर अपार्टमेंट में दाखिल होता था। फिर अपार्टमेंट में घूमकर पता करता था कि कौन सा फ्लैट बंद है। जैसे ही किसी फ्लैट को चिह्नित करता, कुछ देर में ही गिरोह के अन्य बदमाश एक-एक कर किसी न किसी बहाने वहां पहुंच जाते थे। चंद मिनट में इंटरलॉक या ताला तोड़कर फ्लैट में दाखिल होते थे। फिर जेवर, नकदी व अन्य कीमती सामान चुराकर भाग जाते थे।
पूछताछ में पता चला कि 27 मई को पीजीआई थाना क्षेत्र की वृंदावन योजना में कैलाश इंक्लेव निवासी हेमंत कुमार के घर में भी इसी गिरोह ने चोरी की थी।