17 साल से साधु का वेश धारण कर पुलिस को चकमा दे रहे इनामी बदमाश को पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस फर्जी बाबा को लूट के मामले के तहत गिरफ्तार किया है, मथुरा के पिलखुवा गांव के सिखेड़ा स्थित शिव हरि मंदिर में साधु बनकर रह रहा था। ब्रह्मगिरि का असली नाम अजय शर्मा है, वह मूलरूप से बाबूगढ़ क्षेत्र का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार उसने मथुरा जिले के हाईवे थाना क्षेत्रों में साल 2005 में एक लूट की वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के रहने वाले अजय शर्मा सहित तीन लोगों को नामजद कराया गया था।
 
मथुरा

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

मथुरा, 29 दिसंबर:- यूपी पुलिस ने 17 साल से साधु का वेश धारण कर चकमा दे रहे ब्रह्मगिरी को पकड़ लिया है। हापुड़ और मथुरा पुलिस ने इस फर्जी बाबा को लूट के मामले के तहत गिरफ्तार किया है, मथुरा के पिलखुवा गांव के सिखेड़ा स्थित शिव हरि मंदिर में साधु बनकर रह रहा था। ब्रह्मगिरि का असली नाम अजय शर्मा है, वह मूलरूप से बाबूगढ़ क्षेत्र का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार उसने मथुरा जिले के हाईवे थाना क्षेत्रों में साल 2005 में एक लूट की वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के रहने वाले अजय शर्मा सहित तीन लोगों को नामजद कराया गया था। अजय शर्मा तभी से फरार चल रहा था, पुलिस को अब पता चला कि अजय शर्मा कोई और नहीं बल्कि सिखेडा स्थित शिव मंदिर में साधु बनकर रह रहा ब्रह्मगिरि था। पुलिस के अनुसार उस पर पहले पांच हजार इनाम घोषित था, पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक की ओर से इनाम की धनराशि 25 हजार रूपये कर दी गई। सटीक सूचना मिलने पर पुलिस ने कार्यवाही की है, पुलिस सूत्रों की मानें तो मथुरा पुलिस को आरोपी के बारे में सटीक जानकारी मिली कि वह पिलखुवा क्षेत्रों के मंदिर में वेश बदलकर रह रहा है। मंदिर में रहने वाला व्यक्ति साधु नहीं बल्कि मथुरा से लूट की वारदात में शामिल लुटेरा है।

साधू का भेष धारण कर दे रहा था पुलिस को चकमा- मथुरा पुलिस की माने तो आरोपित पिछले कई दिनों से टारगेट पर था, गिरफ्तारी के बाद आरोपित ने बताया कि लूट के बाद पिछले 17 साल से वेश बदलकर मंदिर में रह रहा था। आरोपित ने बताया कि भाई अरुण शर्मा ने उसे मारपीट कर घायल कर दिया था, इसके चलते उसने दाढ़ी और बाल कटवा दिए। साधु के रूप में अजय शर्मा उर्फ ब्रह्मगिरि मजे की ज़िंदगी जी रहा था। गाड़ियों में घूमता था, राजनीति में अच्छी पकड़ का दावा करता था। साधु के भेष में सालों से छिपा लुटेरा अपने आप को लखनऊ से लेकर दिल्ली तक बड़ों लोगों के नजदीक बताता था, लोगों की पैरवी करने में पीछे नहीं रहता था। अजय शर्मा स्वामी ब्रह्मगिरि बनकर नर्मदा गिरी का शिष्य बताया करता था। भगवा वस्त्र धारण कर रौब झाड़ने में पीछे नहीं रहता था, सरकारी कार्यालयों में भी अक्सर घूमता रहता था। पिछले दिनों ब्रह्मगिरि ने अपने भाई के खिलाफ एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसकी तलाश राजस्थान पुलिस भी कर रही है, अजय शर्मा के खिलाफ राजस्थान पुलिस भी आरोपित की तलाश कर रही है। मथुरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार के बाद अब राजस्थान पुलिस भी इस पर कार्रवाई करेगी, राजस्थान पुलिस भी कुछ दिनों पहले ब्रह्मगिरि को पकड़ने आई थी।