नेपाल के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोपाल परांजलि ने भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की सलाह दिया।

नेपाल के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मथुरा के दौरे पर आए थे। यहां उन्होंने गोवर्धन के मुख्य मंदिरों के दर्शन भी किए। भगवान गिरिराज जी का आशीर्वाद भी लिया।
 
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

नेपाल के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोपाल परांजलि ने भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की सलाह दिया।

डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क

मथुरा, 3 मई।

नेपाल के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मथुरा के दौरे पर आए। यहां उन्होंने गोवर्धन के मुख्य मंदिरों के दर्शन भी किए। भगवान गिरिराज जी का आशीर्वाद भी लिया।

उन्होंने कहा कि दुनिया में ईसाई, मुसलमान, बौद्ध और यहूदियों के देश हैं, ऐसे में दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला भारत हिंदू राष्ट्र घोषित होना चाहिए।

मथुरा में उन्होंने श्रीआद्य शंकराचार्य आश्रम में समय बिताया। उन्होंने गोवर्धनपुरी के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ महाराज का भी आशीर्वाद लिया। उनसे काफी समय तक संवाद भी किया और देश के कई मुद्दों पर भी उन्होंने चर्चा की‌ उन्होंने कहा कि देश (भारत) को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए। 

प्रतिनिधि मंडल के साथ पहुंचे पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवं पशुपतिनाथ विकास कोष के प्रमुख सदस्य संहिता शास्त्री अर्जुन प्रसाद वास्तोला ने शंकराचार्य को श्री पशुपतिनाथ के चंदन से तिलक लगाकर रुद्राक्ष माला पहनाई और फलों की टोकरी भेंट की। 

शंकराचार्य को नेपाल आने के लिए अनुरोध किया। प्रतिनिधि मंडल ने शंकराचार्य से भारत-नेपाल के धार्मिक और सांस्कृतिक मामलों पर चर्चा की।

परांजलि ने कहा कि भारत के हिंदू राष्ट्र बनने से पूरी दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नेपाल सैद्धांतिक रूप से पहले से ही हिंदू राष्ट्र है, यदि भारत भी हिंदू राष्ट्र बन जाता है तो इससे दुनिया में फैले करीब 178 करोड़ हिंदुओं को गौरव की अनुभूति होगी। इससे उनका आत्मबल बढ़ेगा और दुनिया में सकारात्मक संदेश जाएगा। 

वास्तोला ने कहा कि आज से 2530 वर्ष पहले श्रीआद्य शंकराचार्य ने वैदिक सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना की थी। दुनिया में ईसाई, मुसलमान, बौद्ध और यहूदियों के देश हैं, ऐसे में दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला भारत हिंदू राष्ट्र घोषित होना चाहिए।