प्रेम संबंधों में बाधा बन रहे थे बच्चे- प्रेमी के प्रेम में अंधी माँ ने अपने ही जिगर के टुकड़ों का घोट दिया गला

निर्दयी मां ने अपने बेटे मेराब उम्र 10 साल और बेटी कोनेन उम्र 6 साल की हत्या से पहले उनके हाथ-पांव बांध दिए और बेड में डाल दिया, आरोपी निशा बेग के पति शाहिद ने शिकायत दी की वह लालकुर्ती पैठ में जूते की दुकान करते हैं, और पत्नी निशा के अलावा बेटा मेराब (10) व बेटी कोनेन (6) के साथ रहते हैं। बेटा मेराब सेंट जोंस स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ाई कर रहा था, जबकि बेटी कोनेन सेंट जोंस गर्ल्स स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ रही थी। उसने बताया कि बुधवार की देर शाम उन्हें सूचना मिली कि उनके दोनों बच्चे लापता हो गए हैं।
 
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ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

मेरठ, 25 मार्च:- उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक दिल दहलाने वाली खबर आई है, यहां प्रेमी के इश्क में अंधी एक मां ने अपने ही जिगर के टुकड़ों का गला घोंट दिया। यही नहीं, इस निर्दयी मां ने 10 साल के बेटे और छह साल की बेटी की हत्या से पहले उनके हाथ-पांव बांध दिए और बेड में डाल दिया था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची ने इस मामले में आरोपी महिला निशा बेग और उसके प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद फैजी समेत अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। वही पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान साद, आरिफ, कोसर और एक अन्य महिला के रूप में हुई है। मामला मेरठ के देहलीगेट थाना क्षेत्र में खैरनगर स्थित गूलर वाली गली का है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ करते हुए उनकी निशानदेही पर गंगनहर से दोनों बच्चों का शव बरामद करने की कोशिश कर रही है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों शवों को गंग नहर में भोला की झाल पर फेंक दिया था।

प्रेम संबंधों में बच्चे बन रहे थे बाधा- पुलिस के मुताबिक आरोपी निशा बेग के पति शाहिद ने शिकायत दी है, उन्होंने बताया कि वह लालकुर्ती पैठ में जूते की दुकान करते हैं, और पत्नी निशा के अलावा बेटा मेराब (10) व बेटी कोनेन (6) के साथ रहते हैं। बेटा मेराब सेंट जोंस स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ाई कर रहा था, जबकि बेटी कोनेन सेंट जोंस गर्ल्स स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ रही थी, उसने बताया कि बुधवार की देर शाम उन्हें सूचना मिली कि उनके दोनों बच्चे लापता हो गए हैं। इस सूचना पर उन्होंने अपने स्तर पर तलाश की और फिर पुलिस को सूचना दी। पुलिस को शुरू में ही मामला संदिग्ध लगा, इसलिए सबसे पहले पुलिस ने निशा बेग की कॉल डिटेल निकाली। इससे पता चला कि वह पूर्व पार्षद सऊद फैजी के साथ लंबी बातचीत करती है, संदेह बढ़ा तो पुलिस ने सऊद की घेराबंदी की, लेकिन वह फरार हो गया। इससे पुलिस का शक और गहरा गया, इसके बाद पुलिस ने निशा बेग और फैजी के तीन रिश्तेदारों को उठाकर पूछताछ की, इससे पूरे मामले का खुलासा हो गया। वहीं पुलिस की घेराबंदी बढ़ने पर सऊद ने खुद पुलिस के सामने सर्मपण करते हुए वारदात को कबूल लिया है।