‘हर दिल ध्यान हर दिन ध्यान’ से अनन्त दैवत्व का मार्ग प्रशस्त।

मिर्ज़ापुर के श्रीरामचन्द्र मिशन आश्रम में भारतीय संस्कृति मंत्रालय आज़ादी का अमृत महोत्सव तथा श्री रामचंद्र मिशन के संयुक्त  तत्वावधान में 'हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान' के तीन दिवसीय कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
 
ग्लोबल भारत न्यूज
‘हर दिल ध्यान हर दिन ध्यान’ से अनन्त दैवत्व का भी मार्ग प्रशस्त ।
प्रो० जी० एस० द्विवेदी
आज दिनांक 05/03/2023 को मिर्ज़ापुर के पिपराडाढ़ अवस्थित श्रीरामचन्द्र मिशन आश्रम में भारतीय संस्कृति मंत्रालय आज़ादी का अमृत महोत्सव तथा श्री रामचंद्र मिशन और हार्टफुलनेस संस्थान के संयुक्त  तत्वावधान में 'हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान' के तीन दिवसीय कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।ध्यान शिविर के प्रथम दिन राजकीय मेडिकल कालेज के कुल 50 छात्र छात्राओं तथा शिक्षकों को रिलैक्सेशन एवम मैडिटेशन का अभ्यास कराया गया तथा ध्यान शिविर के दूसरे दिन प्रातः 9:00 बजे से, जौनपुर तथा मिर्ज़ापुर के प्रशिक्षकों द्वारा कुल 25 नए तथा पुराने अभ्यासी भाई बहनों को ध्यान कक्ष में व्यक्तिगत सीटिंग प्रदान की गयी।समापन समारोह के अंतिम दिन राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा० आर० बी० कमल ने अपने उद्बोधन में कहा की बहुआयामी जीवन के  अंतहीन द्वंद्वों के बीच भारतीय संस्कृति मंत्रालय तथा हार्टफ़ुलनेस संस्थान द्वारा संचालित, प्राणायाम,आसन तथा यौगिक ऊर्जा के माध्यम से ध्यान के नियमित अभ्यास से लोगों में आत्मिक शांति का संचार होगा जिसका प्रत्यक्ष प्रभाव उनके मानसिक एवम् शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा।अपने व्याख्यान में डा० आर० बी० कमल ने यह भी कहा की मानवता के शाश्वत आत्मिक उत्थान हेतु संकल्पित हार्टफ़ुलनेस संस्थान के वैश्विक प्रयासों से जन जन में आध्यात्मिक चेतना का विस्तार होगा ।राजकीय मेडिकल कॉलेज की विशेषज्ञ डा० शशी सिंह तथा डा० दुर्गेश सिंह ने साधना पद्धति के त्रयी आयामी अभ्यास प्रक्रिया ध्यान,सफ़ाई एवम् प्रार्थना के प्रभावों तथा प्राणाहुति विधा के माध्यम से  शिविर में प्राप्त त्वरित अनुभवों को साझा किया।ध्यान शिविर कार्यक्रम का संचालन आश्रम प्रभारी प्रोफ़ेसर जी० एस० द्विवेदी ने किया तथा ‘हर दिल ध्यान हर दिन ध्यान’ के सतत अभ्यास को आत्मसात् कर समष्टि में व्यापक परिवर्तन की बात कही।प्रोफेसर जी० एस० द्विवेदी  ने अपने उद्बोधन में यह भी बताया की हृदयानुभूति आधारित ध्यान का अभ्यास न सिर्फ़ जीवन की जटिलताओं से निजात दिलाता है बल्कि अनन्त दैवत्व का मार्ग भी प्रशस्त करता है। अंत में डा० आभा यादव ने जौनपुर से आये प्रशिक्षकों, श्री सुरेश चन्द्र दुबे, त्रिलोकी नाथ गुप्ता, स्कन्द यादव मेडिकल कॉलेज के छात्र छात्राओं तथा उपस्थित सभी अभ्यासी भाई बहनों का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया । इस अवसर डा० सरिता त्रिपाठी, डा० राम महरोत्रा,प्रवी कुमार, रितेश सिंह, अंजनी श्रीवास्तव,मुकेश यादव, योगेन्द्र बहादुर, के० बी० लाल श्रीवास्तव तथा डी० डी० न्यूज़ के समीर वर्मा उपस्थित रहे ।