Pratapgarh- गांव में खेल मैदान की बाउंड्री बनवाने पर सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता ने सदर प्रधान संघ के अध्यक्ष के खिलाफ लिखवाया मुकदमा

सदर प्रधान संघ के अध्यक्ष ने कहा कि वह अपने ग्राम पंचायत क्षेत्र में खेल के मैदान में बाउंड्री वाल बनवा रहे थे जो कि भू प्रबंधन समिति द्वारा प्रस्तावित था और ग्राम पंचायत के ब्लॉक द्वारा पास था वही बाउंड्री वाल बनवा रहे थे।
 
प्रतापगढ़
रिपोर्ट- गौरव तिवारी संवाददाता

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क

प्रतापगढ़, 08 दिसंबर:- प्रतापगढ़ के लीलापुर थाना क्षेत्र के बढ़नी गांव में सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता द्वितीय राजेंद्र पाल ने गांव में खेल के मैदान पर बाउंड्री वाल बनाने के मामले में सदर प्रधान संघ के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है, वही पूरे मामले को सदर प्रधान संघ के अध्यक्ष ने अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बताते हुए आरोप लगाया है कि सहायक अभियंता राजेंद्र पाल ने नहर सिल्ट की सफाई के नाम पर लाखों के गबन किया है।

पूरा मामला- लीलापुर थाना क्षेत्र के बढ़नी गांव में खेल के मैदान में बाउंड्री वॉल बनाने के मामले में सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता राजेंद्र पाल ने सदर प्रधान संघ के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह के ऊपर लीलापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। सदर प्रधान संघ के अध्यक्ष ने कहा कि वह अपने ग्राम पंचायत क्षेत्र में खेल के मैदान में बाउंड्री वाल बनवा रहे थे जो कि भू प्रबंधन समिति द्वारा प्रस्तावित था और ग्राम पंचायत के ब्लॉक द्वारा पास था वही बाउंड्री वाल बनवा रहे थे। सदर प्रधान संघ अध्यक्ष ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले गांव के नहर सिल्ट की सफाई के मामले को लेकर सिंचाई विभाग सहायक अभियंता राजेंद्र पाल से उनकी बहस हुई थी सदर प्रधान संघ के अध्यक्ष का आरोप है कि सहायक अभियंता राजेंद्र पाल ने कई बार नहर सिल्ट की सफाई के नाम पर बिना साफ कराए पेमेंट पास करा लिया और लाखों का सरकारी धन गमन किया है उनका कहना है कि जबकि उनके द्वारा ग्राम पंचायत में खेल के मैदान में बाउंड्री वाल स्थानीय लेखपाल, राजस्व निरीक्षक और तहसीलदार के रिपोर्ट की आख्या के आधार पर बनवाया जा रहा था और भूलेख और खतौनी में विद्यालय के लिए खेल का मैदान दर्ज है।

उसके बाद भी सहायक अभियंता राजेंद्र पाल की तहरीर पर लीलापुर थाना अध्यक्ष बिना जांच किए उनके ऊपर 3/5 का मुकदमा दर्ज कर दिया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना अमृत महोत्सव में जिसमें हर गांव में तालाब और खेल का मैदान हो उसी योजना के अंतर्गत उनके द्वारा गांव में खेल का मैदान बाउंड्री वाल बनवाई जा रही थी। उसके बाद भी उनके ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया। प्रधान संघ के अध्यक्ष ने कहा कि उपजिलाधिकारी रिपोर्ट की छाया प्रति है जिसमें लेखपाल और राजस्व निरीक्षक के रिपोर्ट के अनुसार वह स्थान खेल का मैदान दर्ज है और दूर-दूर नहर विभाग से उनका कोई वास्ता नहीं है। उनका कहना है कि लेखपाल ने उन्हें सीमांकन कर दिया था तभी वह खेल का मैदान बनाने के लिए बाउंड्री वॉल बनवा रहे थे। सदर प्रधान संघ अध्यक्ष ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि वह अपने निजी लाभ के लिए खेल का मैदान नहीं बनवा रहे थे वह ग्राम पंचायत के विकास के लिए यह कार्य कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फर्जी मुकदमा नहीं वापस लिया गया तो वह कल अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज को शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाएंगे और उनके बाद उनके सभी प्रधान साथी आंदोलन को बाध्य होंगे।