ब्लॉक लक्ष्मणपुर : भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी ग्राम पंचायत उमरपुर, नहीं मिल रहा गरीबों को योजनाओं का लाभ, मनरेगा के लाखों रुपए डकार गए ग्राम प्रधान व अन्य जिम्मेदार अधिकारी

ग्राम पंचायत उमरपुर में अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत मनरेगा से जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है जहां प्रधानपति कमलेश कुमार रोजगार सेवक सहायक तकनीकी के द्वारा गरीबों के हक पर डाका डाल रहे है, प्रधान द्वारा अपने सगे संबंधियों के नाम से जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा का पैसा हड़पा जा रहा है जबकि गांव का अधिकांश कार्य जेसीबी से ही कराए जा रहे हैं भ्रष्टाचार का ऐसा आलम बिना योजनाओं का लाभ दिलाए ही लाखों रूपये गबन कर लिए जा रहे है, वहीं ग्राम सभा में हैंडपम रिबोर के नाम पर भी लाखों का खेल हुआ है 

 
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी मनरेगा योजना
रिपोर्टर अमित सिंह (राहुल) संवाददाता 

ग्लोबल भारत न्यूज़ नेटवर्क 

प्रतापगढ़ 27 अक्टूबर : विकासखंड लक्ष्मणपुर के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है इन मामलों में अधिकारियों की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही हैं कर्मचारियों की बेफिक्री का आलम यह है कि बगैर काम किए ही लाखों रुपए फर्जी तरीके से निकाले जा रहे हैं अधिकांश मामलों की जानकारी अधिकारियों को होने के बावजूद कोई कार्रवाई न होना भ्रष्टाचार को एक गोरखधंधे का रूप दे रहा है|


ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत उमरपुर में देखने को मिला जहां रामाधार के घर के पीछे तालाब की खुदाई दिखाई गई जबकि हकीकत यह है कि यह तलाश सिर्फ कागजों में ही खुदा वहीं दूसरी ओर दूधनाथ के बाग में बंधा के निर्माण पर खानापूर्ति की गई वहीं दूसरी ओर दूधनाथ का ही फार्म पॉन्ड के नाम पर हजारों का भुगतान हो गया लेकिन जमीनी हकीकत पर फार्म पॉन्ड बना ही नहीं वहीं दूसरी और प्रधानपति गरीब लोगों को सीधे साधे होने का फायदा उठाकर वहां पर पदस्थ सचिव,रोजगार सेवक व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा मनरेगा में व्यापक रूप से भ्रष्टाचार किया जा रहा है|


ग्राम पंचायत उमरपुर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में भ्रष्टाचार की बराबर शिकायत मिल रही थी जिसकी पड़ताल करने पत्रकारों की टीम पहुंची उमरपुर ग्राम सभा जहां गांव के ही कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा के अधिकांश कार्य जेसीबी से ही कराए जाते हैं जिसके बाद प्रधान के सगे संबंधियों और चाहेतो के नाम से ही जॉब कार्ड बने हैं उसी पर भुगतान हो रहा है अगर ग्राम पंचायत उमरपुर में हुए विकास कार्यों की निष्पक्ष जांच करा ली जाए तो बहुत बड़ा भ्रष्टाचार सामने आ सकता है|